मेलबर्न। इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने चेताया है कि साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी स्विंग और सीम लेती पिचें विराट कोहली एंड कंपनी की परेशानी बढ़ा सकती हैं और उन्हें हालात के अनुकूल जल्दी ढलना होगा।
इंग्लैंड से हाल ही में टेस्ट सीरीज हारे भारत को नवंबर से जनवरी तक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने हैं। पोंटिंग ने यहां मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर कहा कि हम सभी जानते हैं कि पिछले पचास साल में भारत को उपमहाद्वीप के बाहर टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ा है। इंग्लैंड का दौरा वैसे भी किसी टीम के लिए आसान नहीं होता। उनके पास स्टुअर्ट ब्राड और जेम्स एंडरसन जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं जो हालात रास आने पर कहर बरपा सकते हैं। हमने भी एशेज श्रृंखला में इसका अनुभव किया है।
भारत की हार के कारणों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि भारत की हार के पीछे एक या दो कारण बताना मुश्किल होगा। कुछ मैच तो इतने करीबी थे कि कोई भी टीम जीत सकती थी, लेकिन इंग्लैंड को अपने हालात में खेलने का फायदा मिला। उन्होंने चेताया कि ऑस्ट्रेलिया में भी इस तरह की पिचें मिलने पर भारत की राह मुश्किल हो जाएगी।
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार पोंटिंग ने कहा कि जहां तक आगामी श्रृंखला में भारत के प्रदर्शन का सवाल है तो बहुत कुछ पिचों पर निर्भर करेगा। यदि गेंद को स्विंग और सीम मिलेगी तो भारत के लिए मुश्किल होगी, लेकिन सपाट पिचें रहने पर मुकाबला बराबरी का होगा। हमने देखा है कि भारतीय बल्लेबाजों को इंग्लैंड में कितनी दिक्कतें आईं और इसी तरह हम उपमहाद्वीप में स्पिन के खिलाफ जूझते रहे हैं। यह पूछने पर कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट श्रृंखला क्यों नहीं जीत सकी, उन्होंने कहा कि हालात के अनुकूल ढलना अहम है।
पोंटिंग ने कहा कि यहां हालत के अनुरूप खुद को ढालना जरूरी है। हर विदेशी टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया में जीतना मुश्किल होता है। सिर्फ भारत ही नहीं दक्षिण अफ्रीका के साथ भी ऐसा हुआ है। हमें भी भारत में जीतने में दिक्कत आती थी।
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में आपको बाईस गज के भीतर अपना काम बखूबी करने के तरीके पता होने चाहिए। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की टीम सबसे कमजोर टीमों में से एक होगी, जिसमें स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह सबसे कमजोर टीमों में से एक है। स्मिथ और वॉर्नर की कमी शीर्षक्रम पर खलेगी, लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में दूसरे खिलाड़ियों के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका होगा। इसके अलावा जोश हेजलवुड और कैमरून बेनक्रॉफ्ट भी तब तक टीम में लौट चुके होंगे। यह पाकिस्तान के खिलाफ खेलने जा रही मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम से अलग टीम होगी। (भाषा)