सिडनी। टेस्ट क्रिकेट में जब से एमएस धोनी ने संन्यास लिया है तब से कोई भी विकेटकीपर 3 साल से टीम इंडिया में अपना स्थायी स्थान नहीं बना सका है। पार्थिव पटेल, दिनेश कार्तिक, रिद्धीमान साहा को चयनकर्ताओं ने आजमाया लेकिन स्थान पक्का किया रिषभ पंत ने।
रिषभ पंत ने शुरुआत में कुछ कैचेस जरूर छोड़े लेकिन इसके बाद उन्होंने बल्लेबाजी से उसकी भरपाई कर दी। समय रहते उनकी कीपिंग में भी सुधार आ गया। इंग्लैंड में शतक जमाने के बाद अब वह ऑस्ट्रेलिया में शतक जमाने वाले पहले एशियाई विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं।
दिलचस्प बात तो यह है कि वह धोनी की तरह वे ठंडे दिमाग के नहीं है। वह जमकर स्लेजिंग करते हैं। सिर्फ उत्तर देना ही नहीं, कभी कभी वह खुद भी इसकी शुरुआत करते हैं। पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए उन्होंने विकेट के पीछे कहा 'यहां कोई पुजारा नहीं है।' गौरतलब है कि भारत की ओर से पुजारा तब पहली पारी में शतक लगा चुके थे।
तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने उन्हें बिग बैश खेलने की सलाह दे डाली। इसका जवाब रिषभ पंत ने टिम पेन को तब दिया, जब वह बल्लेबाजी करने उतरे। पंत ने भारतीय फील्डरों से कहा कि तुमने कभी अस्थायी कप्तान देखा है क्या? नहीं देखा तो अब देख लो।
पेन ने भी पंत को नहीं छोड़ा। पंत को उन्होंने छेड़ा कि वे उनके घर बेबी सीटिंग के लिए आ जाए ताकि पेन और उनकी पत्नी बाहर जा सके। संयोग देखिए एक पार्टी में पंत और पेन की पत्नी की मुलाकात हो गई। पंत ने इस स्लेजिंग को कितने सकारात्मक तरीके से लिया। उन्होंने पेन की पत्नी के साथ मुलाकात की। पेन के बच्चे को गोद में लिया और फोटो उतरवाया, यानी बेबी सीटिंग भी कर दी।
यह फोटो पेन की पत्नी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो उनके देखते ही देखते हजारों फॉलोअर्स बढ़ गए। पेन ने इसका श्रेय पंत को ही दिया पंत की इस 'हाजिर जवाबी' की काफी सराहना हुई। पंत ने दिखा दिया कि मैच की बातें वे मैच में ही भूल जाते हैं और मौका पाकर 'स्वीट रिवेंज' भी लेते हैं।