ऐसा लगता है कि हेडिंग्ले में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की सारी समस्याएं एक के बाद एक सुलझती जा रही है। गेंदबाज विकेट नहीं ले पा रहे थे यह समस्या पहले दिन सुलझ गई। इसके बाद लंबे समय तक इंग्लैंड की परेशानी रही सलामी बल्लेबाजी भी पहले दिन सुलझ गई जब हसीब हमीद और रोरी बर्न्स ने शतकीय साझेदारी की।
अब डेविड मलान के आने के बाद इंग्लैंड के कमजोर मध्यक्रम की समस्या भी सुलझ गई है। सलामी बल्लेबाजों को गंवाने के बाद ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी पहले की तरह ढह सकती है लेकिन टी-20 के श्रेष्ठ बल्लेबाज डेविड मलान ने चौके से अपनी पारी का आगाज किया।
हालांकि टी-20 के नंबर 1 बल्लेबाज से ज्यादा तेज रन तो कप्तान जो रूट रन बना रहे थे। उन्होंने 57 गेंदो में अपने 50 रन पूरे किए। भारत के खिलाफ इस सीरीज में वह सिर्फ 1 पारी में ही अर्धशतक नहीं बना पाए हैं। इससे पता चलता है कि कप्तान जो रूट कितने अच्छे फॉर्म में है। यह इस सीरीज में रूट का चौथा 50 प्लस स्कोर है।रूट ने चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
वहीं डेविड मलान जिनका इस टेस्ट से पहले औसत 27 का था और उनसे ज्यादा उम्मीदें किसी को भी नहीं थी, लेकिन अपनी टेस्ट क्रिकेट वापस को उन्होंने सुनहरा बनाया। मलान ने 99 गेंदो में 50 रन जड़े जिसमें 8 चौके शामिल थे।
इस साल डेविड मलान का भारत दौरा उतना अच्छा नहीं रहा था। टी-20 में भी वह अपेक्षा अनूरुप प्रदर्शन नहीं कर पाए थे लेकिन अपनी धरती पर उन्होंने तब प्रदर्शन किया जब टीम को उनसे सबसे ज्यादा जरूरत थी। जो रूट और डेविड मलान के बीच तीसरे विकेट के लिए साझेदारी 139 रनों की हुई।
डेविड मलान (70 रन) के आउट होते ही ब्रेक कर लिया गया जिन्हें मोहम्मद सिराज ने आउट किया। इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ गुरूवार को तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन चाय तक पहली पारी में तीन विकेट पर 293 रन बनाकर अपनी बढ़त 220 रन की कर ली।चाय के ब्रेक तक कप्तान जो रूट 80 रन बनाकर शतक की ओर बढ़ रहे हैं।