लीड्स: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में बने रहने का राज बताते हुए बुधवार को यहां कहा कि अब वह नेट्स पर कम समय बिताते हैं और अपनी उस ऊर्जा को मैचों के लिये बचाकर रखते हैं।
एंडरसन ने अपनी शानदार गेंदबाजी का नमूना तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भी दिखाया जब उन्होंने आठ ओवर में छह रन देकर तीन विकेट लिये और विराट कोहली के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैसले के बाद भारतीय टीम को पहली पारी में 78 रन पर आउट करने में अहम भूमिका निभायी।इस स्पैल को इसीबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया।
इस 39 वर्षीय खिलाड़ी ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, उम्र बढ़ने के साथ मुझे लगता है कि मुझे जिम में अधिक कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मैं नेट्स पर कम गेंदबाजी करता हूं और इसे मैच के लिये बचाये रखने की कोशिश करता हूं जबकि यह अधिक मायने रखती है।
एंडरसन ने कहा, टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी परीक्षा स्वयं को बड़े स्पैल करने और बड़े मैचों में खेलने के लिये मानसिक रूप से तैयार करना है। यह मैचों के जरिये स्वयं को ऊर्जावान बनाने और जब आप गेंदबाजी नहीं कर रहे हों तो अपनी ऊर्जा बचाये रखने से जुड़ा है और मैं हमेशा ऐसा करता हूं।
एक सप्ताह पहले लार्ड्स टेस्ट की पहली पारी में एंडरसन ने पांच विकेट लिये। दूसरी पारी में जब भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने क्रीज पर पांव जमाये तो उन्हें अतिरिक्त गेंदबाजी करनी पड़ी।
उन्होंने कहा, लार्ड्स में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान मैदान से वापस लौटते समय थोड़ा परेशानी हो रही थी लेकिन मैं संतुष्ट था कि मैंने टीम की जरूरत के हिसाब से यह बदलाव किया।
भारत ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन और उसके बाद शानदार गेंदबाजी से दूसरा मैच जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। एंडरसन ने कहा कि इसके बाद खिलाड़ियों ने केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने कहा, हमने केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने का अच्छा प्रयास किया है। हमने बाहर जो कुछ भी हो रहा है उसे नजरअंदाज करने की कोशिश की और सुनिश्चित किया कि हमारा ध्यान केवल अच्छा प्रदर्शन करने पर केंद्रित रहे।
एंडरसन ने तीसरे टेस्ट मैच में के एल राहुल और चेतेश्वर पुजारा को आउट किया लेकिन उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करके उनके खिलाफ आपसी प्रतिद्वंद्विता में भी बाजी मारी।
एंडरसन ने कोहली को टेस्ट मैचों में सातवीं बार आउट करने के बाद कहा, मुझे भी लगता है (कि वह विशेष है)। पिछले कई वर्षों से हमारे बीच शानदार प्रतिद्वंद्विता रही है। वह ऐसा बल्लेबाज है जो आपको चुप रखना चाहता है। विशेषकर पांच मैचों की श्रृंखला में यदि उसका बल्ला चलता है तो उससे काफी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पूरी श्रृंखला में हमने उसे बहुत अच्छी गेंदबाजी की। हमें ऐसा करते रहना है और जितना संभव हो सके उसे रन बनाने से रोके रखना है।
हेडिंग्ले में बोलती है एंडरसन की तूती
जेम्स एंडरसन वैसे तो घातक गेंदबाज है ही लेकिन जब मैदान हेडिंग्ले का लीड्स होता है तो वह और ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में उतरने से पहले वह इस मैदान पर 10 टेस्ट मैचों में 39 विकेट ले चुके हैं।
आज भारतीय पारी के पहले 3 विकेट भी जेम्स एंडरसन ने ही लिए। दिलचस्प बात यह रही कि तीनों विकेट एक ही तरीके से गिरे। पहले उन्होंने के एल राहुल को खाता भी नहीं खोलने दिया और जॉस बटलर के हाथों उन्हें कैच आउट करवा दिया। इसके बाद पुजारा को 1 रन और कोहली को 7 रनों के स्कोर पर आउट कर इंग्लैंड के लिए मैच बना दिया।