Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Ranji Trophy मुकाबले में सौराष्ट्र को पहली पारी में बढ़त, गजा ने कराई गुजरात की वापसी

हमें फॉलो करें Ranji Trophy मुकाबले में सौराष्ट्र को पहली पारी में बढ़त, गजा ने कराई गुजरात की वापसी
, सोमवार, 2 मार्च 2020 (19:15 IST)
राजकोट। चिंतन गजा के हरफनमौला खेल से गुजरात ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र के खिलाफ तीसरे दिन सोमवार को पहली पारी में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की। 
 
सौराष्ट्र के 304 रन के जवाब में इस 5 दिवसीय मुकाबले में गुजरात ने पहली पारी में 252 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने तक सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में 5 विकेट पर 66 रन बना लिए जिससे उनकी कुल बढ़त 118 रन की हो गई। 
 
तीसरे दिन का खेल पूरी तरह से गजा के नाम रहा जिन्होंने 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 61 रन की पारी खेल गुजरात को संकट से उबारने के बाद सौराष्ट्र की दूसरी पारी के सभी 5 विकेट झटके। 
 
गुजरात ने दिन की शुरुआत पहली पारी में 6 विकेट पर 119 रन से की। दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज रुजुल भट्ट (71) और अक्षर पटेल (27) ने 7वें विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी कर टीम के स्कोर को 150 के पार पहुंचाया। 
 
भट्ट को इसके बाद गजा का अच्छा साथ मिला और दोनों ने नौवें विकेट के लिए 87 रन जोड़कर टीम को संकट से उबारा। सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट (86 रन पर 3 विकेट) ने इस साझेदारी को तोड़ा जबकि चेतन सकारिया (60 रन पर 2 विकेट) ने गजा को आउट कर गुजरात की पारी को 252 रन पर खत्म किया। 
 
भट्ट ने 212 गेंद की पारी में 6 चौके लगाए जबकि गजा ने 103 गेंद की पारी में 6 चौके और 4 छक्के लगाए। पहली पारी में 52 रन की बढ़त हासिल करने वाली सौराष्ट्र को दूसरी पारी में बेहद ही खराब शुरुआत मिली। टीम ने 15 रन तक शीर्ष क्रम के 5 बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए। यह 5 सफलता गजा को मिली। उन्होंने 7 ओवर में 15 रन देकर 5 विकेट लिए। 
 
सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई, किशन परमार और पहली पारी में शतक लगाने वाले शेल्डन जैक्सन खाता खोले बगैर पैवेलियन लौट गए। पांच झटके लगने के बाद हालांकि सकारिया (नाबाद 32) और अर्पित वसावड़ा (23) ने छठे विकेट के लिए 51 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को और कोई नुकसान नहीं होने दिया।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Ranji Trophy सेमीफाइनल मुकामले में बंगाल के बड़े लक्ष्य के सामने कर्नाटक का शीर्ष क्रम लड़खड़ाया