पार्ल। टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के बाद एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि पिच टर्न हो रही थी। स्पिनर्स को मदद मिल रही थी इसलिए वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी नहीं करवाई गई। मैच में भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल ने फिरकी डिपार्टमेंट संभाला था।
धवन ने कहा कि जब विकेट नहीं गिर रहे थे तो हमने प्लान किया कि मेन बोलर्स को दोबारा अटैक पर लगाया जाए। लेकिन सफलता नहीं मिली। स्लॉग ओवर्स में अनुभवी गेंदबाजों को दोबारा लगाना पड़ा। फिर अंत में हमारे स्पिनरों की तरह हमारे मुख्य गेंदबाजों को लाना जरूरी था।
धवन का मानना है कि उनके करियर के प्रत्येक मुश्किल दौर ने उन्हें 'मजबूत' बनाया है, लेकिन अपने मन की स्पष्टता और शांतचित बने रहने से ही वह इस दौर से पार पाने में सफल रहे।
भारतीय एकदिवसीय टीम में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी धवन की घरेलू क्रिकेट में खराब फॉर्म को लेकर काफी बातें की गई लेकिन उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 79 रन बनाकर शानदार वापसी की। भारत हालांकि इस मैच में हार गया था।
उन्होंने कहा कि हमने अच्छी शुरुआत की थी और मुझे लगता है कि विकेट धीमा था। यह थोड़ा सा टर्न भी दे रहा था। इसलिए जब आप लगभग 300 रन के लिए लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हो और मध्यक्रम के बल्लेबाज उतरते हैं तो उनके लिए शॉट खेलना आसान नहीं होता है।
धवन ने कहा कि हमने तेजी से विकेट गंवाये और इससे बल्लेबाजी इकाई के रूप में हम पर असर पड़ा। उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों की टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा की वापसी के बाद टीम मजबूत होगी और मध्यक्रम भी अच्छी क्रिकेट खेलेगा।