कोलकाता: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि संघर्ष कर रहे दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को सिर्फ भारत के लिए बल्कि अपने लिए भी रन बनाने की जरूरत है।गौरतलब है पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली अपना 100वां टी-20 खेलने उतरेंगे ऐसे में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस बयान के बाद उन पर दबाव दोगुना बढ़ गया है।
कोहली 2019 में ईडन गार्डन्स में बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद के टेस्ट में शतक जड़ने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन अंक में रन नहीं जुटा सके है।
वह शनिवार से यहां शुरू हो रहे एशिया कप में फिर से पुरानी लय को हासिल करने की कोशिश करना चाहेंगे।
गांगुली ने यहां एक बातचीत के दौरान कहा, उसे (कोहली) न केवल भारत के लिए बल्कि खुद के लिए रन बनाने की जरूरत है। उम्मीद है कि यह उसके लिए अच्छा सत्र होगा। हम सभी को विश्वास है कि वह लय में वापस आएगा।
भारत के सबसे सफल कप्तानों में एक रहे गांगुली ने कहा, मुझे यकीन है कि जैसे हम सब उसके शतक का इंतजार कर रहे है वह भी उसके लिए उतनी ही मेहनत कर रहा है। टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज के पास समय कम होता है ऐसे में शतक लगने की संभावना कम हो जाती है लेकिन उम्मीद है कि कोहली के लिए यह सफल सत्र होगा।
तैंतीस साल के कोहली ने जून-जुलाई में इंग्लैंड दौरे के बाद एक महीने के विश्राम पर है। भारतीय टीम ने इस दौरान वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे में सीमित ओवरों की श्रृंखला खेली है।
पिछली पांच पारियों में कोहली का सर्वोच्च स्कोर 20 रन रहा है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बनाया था।रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी छोड़ने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सत्र में उनका बल्ला उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने आईपीएल के इस सत्र में 16 मैचों में 22.73 के औसत से 341 रन बनाये।
गत चैम्पियन भारतीय टीम एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच से 28 अगस्त को अपने अभियान की शुरुआत करेगी। पाकिस्तान ने इसी स्थल पर पिछले साल विश्व कप में भारतीय टीम को करारी शिकस्त दी थी।
गांगुली ने कहा कि टी20 विश्व कप की हार का आगामी मैचों के नतीजों पर बहुत कम असर पड़ेगा।गांगुली ने कहा, मैं 1992 से भारत-पाक मैचों को करीब से देख रहा हूं। इन 30 वर्षों में हम केवल एक बार हारे हैं। यह कोई जादू नहीं है कि नतीजा हमेशा आपके पक्ष में रहेगा। आप कभी-कभार हारते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है।
बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में गांगुली का कार्यकाल सितंबर में समाप्त होने वाला है और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ छह साल के कार्यकाल के बाद कूलिंग ऑफ अवधि में संशोधन के लिए बोर्ड की याचिका पर फैसला करेगी। उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) में काम किया था।उन्होंने कहा, यह मेरे हाथ में नहीं है। मुझे नहीं पता, जो भी होना होगा वह होगा। हम देखेंगे।
गांगुली ने इस मौके पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) चुनावों में अध्यक्ष पद के लिए पूर्व खिलाड़ियों बाइचुंग भूटिया और कल्याण चौबे के बीच मुकाबला होने पर खुशी जतायी।
उन्होंने कहा, खेल प्रशासन में खिलाड़ियों का आना अच्छा होता है। उन्हें खेल का कहीं बेहतर ज्ञान है। यह बहुत अच्छा है कि कल्याण चौबे और बाइचुंग भूटिया एआईएफएफ शीर्ष पद के लिए मुकाबले में हैं।
विराट जैसा विश्वस्तरीय खिलाड़ी लोगों की बातों से प्रभावित नहीं होता : राहुल
कप्तान रोहित शर्मा की तरह ही भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान लोकेश राहुल ने दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लंबे समय से चल रहे खराब लय का बचाव करते हुए कहा कि वह बाहर के शोर से प्रभावित नहीं है।
भारत के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक कोहली के खराब लय के कारण टीम के अंतिम एकादश में जगह को लेकर सवाल उठ रहे है।
राहुल ने कहा, हम वास्तव में इस तरह की टिप्पणियों को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। ये चीजें एक खिलाड़ी को प्रभावित नहीं करती। खासकर विराट जैसा विश्व स्तरीय खिलाड़ी बाहर के लोगों के विचारों से प्रभावित नहीं है।
कप्तान रहते हुए कोहली भी अपने खिलाड़ियों का ऐसे जवाब के साथ बचाव करते थे।
राहुल ने कहा, कोहली को छोटा सा ब्रेक (विश्राम) मिला और वह अपने खेल पर काम कर रहे हैं।