कोलंबो में आज श्रीलंका और भारत के बीच अंतिम एकदिवसीय मुकाबला खेला गया था, जिसे मेजबान टीम बहुत ही नाटकीय अंदाज में सिर्फ 3 विकेट से जीतकर अपने नाम किया। बारिश में बाधित इस मुकाबले में श्रीलंका के सामने 47 ओवर के खेल में 227 रनों का टारगेट था जिस टीम ने सिर्फ 39 ओवर के खेल में सात विकेट खोकर हासिल कर लिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और छठे ओवर में वनडे डेब्यू कर रहे कृष्णप्पा गौतम ने मिनोद भानुका (7) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। हालांकि, इसके बाद अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षे ने दूसरे विकेट के लिए 109 रनों की बेहतरीन साझेदारी निभा अपनी टीम को मैच में वापस लाने का काम किया।
भारत के लिए परेशानी का सबब बन रही इस साझेदारी को तोड़ने का काम युवा तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने किया। टीम इंडिया के लिए अपने करियर का पहला मुकाबला खेल रहे चेतन सकारिया ने भानुका राजपक्षे (65) की विकेट चटका श्रीलंका को दूसरा नुकसान पहुंचाया।
सकारिया यही नहीं रुके और अपने अगले ही ओवर में धनंजय डी सिल्वा (2) को आउट कर टीम इंडिया को मुकाबले में वापस ला खड़ा किया। अब श्रीलंका का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 151 रन था और मुकाबला दोनों टीमों को लिए खुला चुका था।
मगर आज का दिन श्रीलंका का था। एक छोर से भले ही लगातार दो विकेट गिर हो लेकिन अविष्का फर्नांडो आज बस अपनी टीम को जीतने दिलाने के लिए मैदान पर उतरे थे। अविष्का का पूरा साथ चरिथा असलंका ने निभाया और दोनों ने मैदान के चारों ओर बड़े शॉट लगाए और श्रीलंका की जीत की राह को आसान बना दिया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 43 रन जोड़े।
हालांकि, यह जोड़ी मैच फिनिश करने में नाकाम रही और चरिथा असलंका (24) के स्कोर पर हार्दिक पांड्या का शिकार बने। इस विकेट के तुरंत बाद अगले ही ओवर में राहुल चाहर ने श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका को शून्य पर आउट कर भारत की फिर से मैच में वापसी करा दी। इस ओवर में भारत को एक और कामयाबी मिल सकती थी लेकिन पृथ्वी शॉ ने एक आसान सा कैच छोड़ सभी को निराश किया।
वैसे बता दें कि, शॉ में पहले नीतीश राणा और मनीष पांडे ने भी दो आसान से कैच टपकाए थे। शनाका के विकेट के बाद राहुल चाहर ने सेट बल्लेबाज अविष्का फर्नांडो (76) को आउट कर भारत को छठी सफलता दिलाई। अविष्का मैच खत्म करने में नाकाम रहे और श्रीलंका ने आसान से जीते हुए मुकाबले को नाटकीय बना दिया। राहुल ने इसके बाद चमिका करुणारत्ने (3) को स्टंप आउट करा मैच को और रोमांचक बना दिया।
खैर इसके बाद मेजबान टीम का एक भी विकेट नहीं गिरा और टीम तीन विकेट से मैच जीतने में सफल रही। टीम की जीत में रमेश मेंडिस 15 और अकिला धनंजय 5 रन बनाकर नाबाद लौटे।
अंतिम मैच जीतने के साथ ही श्रीलंका ने वाकई में अपनी आत्म सम्मान की लड़ाई में विजय हासिल की। इस जीत का फायदा टीम के खिलाड़ियों को आगामी टी20 सीरीज में देखने को मिल सकता है। टी20 श्रृंखला का पहला मुकाबला 25 जुलाई को खेला जाएगा।