मेलबर्न। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर मैदान पर अजिंक्य रहाणे द्वारा खिलाड़ियों को क्षेत्ररक्षण में सजाने से काफी प्रभावित हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह उनकी कप्तानी की प्रशंसा करने से दूर ही रहेंगे, क्योंकि अभी यह जल्दबाजी ही होगी और वे नहीं चाहते कि उन पर मुंबई के साथी का समर्थन करने का आरोप लगे।
नियमित कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम की कमान संभाल रहे रहाणे ने अपने गेंदबाजी आक्रमण का बखूबी इस्तेमाल किया और भारत ने यहां दूसरे टेस्ट के शुरूआती दिन ऑस्ट्रेलिया को 72.3 ओवर में महज 195 रन पर समेट दिया।
रहाणे की कप्तानी पर टिप्पणी पूछने पर गावस्कर ने कहा, इतनी जल्दी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। अगर मैं कहूंगा कि उनकी कप्तानी शानदार है तो फिर से मुझ पर मुंबई के खिलाड़ी का समर्थन करने का आरोप लगेगा और इसी तरह की चीजें होंगी।
उन्होंने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से कहा, इसलिए मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता, क्योंकि अभी तो यह शुरूआत ही है।यह महान बल्लेबाज रहाणे के क्षेत्ररक्षण सजाने से काफी प्रभावित था, क्योंकि तीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों (मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड) के कैच क्षेत्ररक्षकों द्वारा लपके गए।
गावस्कर ने कहा, मैंने जो देखा है कि उन्होंने पिछले दो टेस्ट में और वनडे मैच में जिस तरह से कप्तानी की थी, उनमें अच्छी समझ है कि क्षेत्ररक्षकों को कहां रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन यह कहने के साथ ही, गेंदबाजों का क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करना भी अहम है। अगर गेंदबाज क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करते हैं जैसा कि आज हुआ तो कप्तान बहुत अच्छा लगता है।(भाषा)