दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने शुक्रवार को विश्व टी-20 चैंपियनशिप का नाम टी-20 विश्व कप करते हूए दावा किया कि इससे टूर्नामेंट का दर्जा एकदिवसीय और टेस्ट प्रारूप की तरह होगा।
आईसीसी बोर्ड ने पहले ही सदस्य देशों के बीच होने वाले टी-20 मैचों को अंतरराष्ट्रीय मैच की मान्यता दे दी है। उन्होंने सभी 14 सदस्य देशों के लिए क्षेत्रीय क्वालीफिकेशन को लागू किया है। आईसीसी के कैलेंडर में 50 ओवरों के टूर्नामेंट को विश्व कप कहा जाता है और अगले साल से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत हो रही है।
आईसीसी ने एक बयान में कहा कि 2020 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 के अगले सत्र को आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप 2020 और आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप 2020 के नाम से जाना जाएगा और इस टूर्नामेंट का नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में टी-20 विश्व कप के महत्व को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश है कि तीनों प्रारूपों में समानता बनी रहे।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस के साथ भारतीय पुरुष और महिला टीमों के कप्तान विराट कोहली और हरमनप्रीत कौर ने इस पहल का स्वागत किया। कोहली ने कहा कि टी-20 क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट को अब विश्व कप कहा जाएगा, जो कि सही नाम है। भारत ने 2007 में पहला टी-20 विश्व कप जीता था और ऑस्ट्रेलिया में 2020 में होने वाले विश्व कप में जीत दर्ज करना हमारे लिए शानदार होगा।
हरमनप्रीत ने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि आने वाले वर्षों में इस टूर्नामेंट की लोकप्रियता में इजाफा होगा। डु प्लेसिस ने कहा कि हर खिलाड़ी का सपना विश्व कप में खेलने का होता है और इस पहल से ज्यादा खिलाड़ियों को ऐसा मौका मिलेगा।