मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने कहा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं और वह विरोधी टीम पर उसी के अंदाज में प्रहार करते हैं।
उन्होंने 2018-19 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वह भारतीय कप्तान के प्रतिस्पर्धी रवैये को हमेशा याद रखेंगे।
इस 36 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज ने पूर्व दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट के पोडकास्ट गिली एंड गोस में कहा, विराट कोहली के लिए मैंने कई बार कहा है कि वह उस प्रकार के खिलाड़ी है जिसे आप अपनी टीम में रखना पसंद करेंगे। वह प्रतिस्पर्धी है। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं।
उन्होंने कहा, उनके (कोहली) खिलाफ खेलना चुनौतीपूर्ण है और वह आपकी चाल में नहीं फंसते है क्योंकि वह खेल में बहुत अच्छे और प्रतिस्पर्धी है।
कोहली की अगुवाई में भारत ने 2018-19 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला में हराया था। भारत ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला को 2-1 से जीता था और पूरी श्रृंखला के दौरान दोनों कप्तानों के बीच कई बार जुबानी जंग देखने को मिली थी।पेन ने कहा, हां, चार साल पहले उनसे मतभेद हुए थे। वह ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें मैं हमेशा याद रखूंगा।
रोचक बात यह है कि पेन ने ही पिछले साल कहा था कि कोहली भारतीय टीम में किसी अन्य खिलाड़ी की तरह से हैं जिनके बारे में वह ज्यादा नहीं सोचते है। पेन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को कोहली को नापसंद करना पसंद है।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और विकेटकीपर टिम पेन टीम इंडिया को लेकर दिए गए अपने हालिया बयान को लेकर सुर्खियों में थे। अपने देश में लगातार दूसरी बार भारत के खिलाफ बोर्डर गावस्कर सीरीज हारने वाले पहले ऑस्ट्रेलयाई कप्तान बने टिम पेन ने कहा था कि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया का ध्यान चौथे टेस्ट से पहले ही भंग कर दिया था। गाबा में ना खेलने की बात कर टीम ऑस्ट्रेलिया का ध्यान खेल से हट गया था और उन्हें मालूम नहीं था कि चौथा टेस्ट गाबा में होगा भी या नहीं।
इस कमेंट के बाद भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने उन्हें काफी ट्रोल किया था लेकिन हो सकता है कि विराट कोहली की तारीफ के बाद वह टीम इंडिया के फैंस के दिल में जगह बनाने में कुछ कामयाब हो सकें।
वहीं टिम पेन ने कप्तानी छोड़ने के भी संकेत दिए थे और कहा था कि वह स्टीव स्मिथ को दोबारा टेस्ट कप्तानी दिलवा कर रहेंगे।
पेन ने एक बयान में कहा, “ मैंने इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है, लेकिन जब मैं स्मिथ की कप्तानी में खेला था तो वह शानदार थे । चतुराई से यकीनन वह उतने ही अच्छा हैं जितना आप समझते हैं। वह शायद कुछ-कुछ मेरे जैसे हैं जब मैंने तस्मानिया में अपनी कप्तानी का सफर शुरू किया था। वह बहुत छोटी उम्र में ही एक बहुत बड़ी भूमिका में आ गए थे और शायद वह इसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे, लेकिन जब मैं आया वह उस भूमिका में आगे बढ़ रहे थे और बेहतर से और बेहतर हो रहे थे।
फिर जाहिर तौर पर दक्षिण अफ्रीका के इवेंट हुए और वह आगे कप्तानी जारी नहीं रख पाए, लेकिन हां मैं उन्हें फिर से कप्तानी दिलाने में सहयोग करूंगा। मेरे अनुभव में जो इंसान बहुत ज्यादा चाहता है शायद वह सबसे अच्छा विकल्प नहीं है। ”