लंदन: न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में तेज गेंदबाजी के नेतत्व के लिए सर्वश्रेष्ठ और भारी वर्कलाेड की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन भारतीय टीम की तरह न्यूजीलैंड के लिए भी तैयारी के लिए कम समय होना चिंता का विषय है, हालांकि टिम साउदी काम के बोझ को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं।
गौरतलब है कि आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टिम साउदी छठवें स्थान पर काबिज हैं और न्यूजीलैंड के पास ट्रेंट बोल्ट और नील वेंगनर जैसे तेज तर्रार गेंदबाज है लेकिन उन्हें साउथम्पटन की पिच पर विकेट लेने के लिए कुछ अतिरिक्त कोशिश करनी पड़ सकती है क्योंकि एजेस बोल की पिच तेज गेंदबाजी के लिए उतनी अनूकूल नहीं है जितनी इंग्लैंड की दूसरी पिचें है।
न्यूजीलैंड को डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी हैं। ऐसे में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का मतलब है कि न्यूजीलैंड 20 दिनों के अंतराल में तीन टेस्ट खेलेगा। न्यूजीलैंड अपने दौरे की शुरुआत दो जून से लॉर्ड्स में होने वाले पहले टेस्ट से पहले 26 मई से तीन दिवसीय अभ्यास मैच से करेगा। 18 जून से साउथम्प्टन में डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले दूसरा टेस्ट 10 जून से एजबस्टन में खेला जाएगा।
साउदी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “ कम समय में तीन टेस्ट मैच खेलना रोमांचक है। टीम को अक्सर ऐसा करने को नहीं मिलता। हमने थोड़ा ब्रेक लेकर आ रहे हैं, जो हमारे लिए अच्छा है। हम अपने शरीर को यहां ढालने में सक्षम हैं। आईपीएल से आए कुछ खिलाड़ियों को भी यहां क्रिकेट खेलने को मिलेगा। अगले कुछ हफ्तों में खुद को तैयार करने और तीन टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार होने के लिए खिलाड़ी किसी तरह से तरोताजा हो रहे हैं। अब आने वाले हफ्तों में हम अपना वर्कलोड बढ़ा रहे हैं, ताकि हम उन तीन टेस्ट मैचों में अच्छा कर सकें। ”
इससे पहले न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नील वैगनर ने जोर देकर कहा था कि न्यूजीलैंड इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज को डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले वार्म-अप के रूप में नहीं देख रहा है। साउदी ने भी इसी बात को दोहराते हुए कहा कि वह एक रोमांचक श्रृंखला का इंतजार कर रहे हैं।
साउदी ने कहा, “ मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट मैच खेलने का मौका मिलना एक शानदार अवसर है। यह हर किसी का सपना होता है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि कोई इस सीरीज को अभ्यास के रूप में देखेगा। हमारे लिए यह सिर्फ इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज है, इसलिए हम इसे सिर्फ दो टेस्ट मैचों की तरह देख रहे हैं। इंग्लैंड अपने घरेलू मैदानों पर बहुत मजबूत टीम है। वह अपनी घरेलू परिस्थितियों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करती है। ”(वार्ता)