लंदन: इंग्लैंड काउंटी क्रिकेट में मिडलसेक्स के लिये खेलने वाले भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव चोटग्रस्त होने के बाद बेंगलुरु की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैब के लिये भारत लौट आये हैं।
रॉयल लंदन कप में मिडलसेक्स और ग्लॉस्टरशर के बीच 21 अगस्त को खेले गये मुकाबले के दौरान उमेश की जांघ की मांसपेशियों में चोट आयी थी। भारत लौटने के कारण उमेश काउंटी चैंपियनशिप में मिडलसेक्स के अंतिम दो मैचों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
क्लब ने शनिवार को जारी बयान में कहा, “मिडलसेक्स क्रिकेट खेद के साथ यह घोषणा करता है कि हमें इस बात से अवगत कराया गया है कि उमेश यादव क्लब के साथ सीजन खत्म करने के लिए लंदन नहीं लौटेंगे, और अपनी मांसपेशियों की चोट के कारण काउंटी चैंपियनशिप में आगे हिस्सा नहीं ले सकेंगे। ”
अगले सप्ताह लेस्टरशर और उसके अगले सप्ताह वोस्टरशर सहित इस सीजन में कुल दो मैच शेष हैं। मिडलसेक्स को उम्मीद थी कि भारत के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी क्लब में अपनी भूमिका निभायेंगे।
मिडलसेक्स ने बताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चिकित्सीय टीम ने उमेश का इलाज और एक 'गेंदबाजी कार्यक्रम' शुरू कर दिया है।
क्लब ने कहा, “चोट लगने के बाद दायें हाथ के तेज गेंदबाज ने बीसीसीआई की मेडिकल टीम के साथ एक आकलन के लिए भारत की यात्रा की, जहां उन्होंने चोट के इलाज और रिहैब के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सा टीम की चौकस निगाह में 'बैक टू बॉलिंग कार्यक्रम' की शुरुआत भी कर दी है। ”
उमेश भारत के लिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 52 टेस्ट में 158 विकेट और 75 एकदिवसीय मैचों में 106 विकेट ले चुके हैं। वह अगले हफ्ते लेस्टर की यात्रा से पहले शनिवार को लंदन लौटने वाले थे।
वह क्लब के लिए प्रथम श्रेणी और लिस्ट-ए दोनों प्रारूपों में खेलने के लिए जुलाई में मिडलसेक्स में शामिल हुए थे। उन्होंने काउंटी चैंपियनशिप में छह पारियों में 71.50 की औसत से चार विकेट चटकाए, हालांकि रॉयल लंदन वन-डे कप में अपनी टीम के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात पारियों में 20.25 की औसत से 16 विकेट हासिल किए।(वार्ता)