नई दिल्ली। पहले से ही 15 अप्रैल तक निलंबित आईपीएल को लेकर अनिश्चितता बढती जा रही है चूंकि बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी मालिकों के साथ निर्धारित कांफ्रेंस कॉल स्थगित कर दिया।
कोविड-19 के चलते इस लुभावनी लीग के रद्द होने का खतरा भी मंडरा रहा है। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण से 16000 से ज्यादा मौते हो चुकी है जबकि भारत में 400 मामले सामने आए हैं और 9 लोग मारे जा चुके हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब टीम के सह मालिक नेस वाडिया ने कहा, ‘सबसे पहले इंसानियत है। सब कुछ उसके बाद। अगर हालात नहीं सुधरते हैं तो इस बारे में बात करने का भी कोई फायदा नहीं। आईपीएल नहीं होता है तो यही सही।’
एक अन्य फ्रेंचाइजी के मालिक ने कहा, ‘इस समय कुछ भी बात करने का फायदा नहीं है। पूरे देश में लॉकडाउन है। हमारे सामने आईपीएल से भी अहम मसले हैं।’ आठ टीमों की यह लीग 29 मार्च से शुरू होनी थी जिसे 15 अप्रैल तक टाल दिया गया।
वाडिया ने कहा, ‘मैं इस समय आईपीएल के बारे में सोच भी नहीं सकता। यह अप्रासंगिक हो गया है। सबसे जरूरी इस समय के हालात है। यह तीसरे विश्व युद्ध जैसी स्थिति है जिसमें हम इतने सारे लोगों की मदद के लिए लड़ रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘सरकार ने कुछ ठोस कदम उठाए हैं। हम अक्सर सरकार की आलोचना करते हैं लेकिन अच्छे कदमों की तारीफ होनी चाहिए। भारत जैसे बड़े देश में सारी उड़ाने रद्द कर दी गई है। यह बहुत बड़ा और सकारात्मक कदम है।’
एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘अगर ओलंपिक एक साल के लिए स्थगित हो सकते हैं तो आईपीएल क्यो नहीं। ऐसे में आईपीएल का आयोजन कर पाना काफी मुश्किल है। सरकार इस समय विदेशियों को वीजा देने की सोच भी नहीं रही है।’