गुरुग्राम। कोरोनावायरस (coronavirus) से संक्रमित भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) सरकार के कैबिनेट मंत्री 73 वर्षीय चेतन चौहान (Chetan Chauhan) का रविवार को निधन हो गया। गुरूग्राम में मेदांता अस्पताल में भर्ती चेतन को दिल का दौरा पड़ा और काफी कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन से पूरा भारतीय क्रिकेट जगत स्तब्ध है।
कोरोना से संक्रमित होने के कारण गंभीर हालात में उन्हें उपचार के लिए शुक्रवार को ही गुरूग्राम में मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना का उपचार जारी था लेकिन रविवार को उनके सीने में अचानक तेज दर्द उठा और वे मौत के आगोश में चले गए। चेतन के भाई पुष्पेंद्र चौहान ने उनके निधन की जानकारी दी। उनके परिवार में पत्नी और बेटा विनायक है।
सनद रहे कि गत माह 11 जुलाई को ही चेतन चौहान के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। अस्पताल में उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मेदांता अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
11 जुलाई को जब चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सबसे पहले उन्हें लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो फिर उन्हें 14 जुलाई को गुरूग्राम में मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था।
दिल्ली जिला क्रिकेट संगठन के एक अधिकारी के अनुसार पहले उनकी किडनी फेल हुई और फिर शरीर के अन्य अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। वह वेंटिलेटर पर थे और रविवार को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। चौहान दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में भी विभिन्न पदों पर रहे और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के मैनेजर भी थे।
प्रधानमंत्री ने चेतन चौहान के निधन पर शोक प्रकट किया : चेतन चौहान के निधन पर शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उन्होंने शानदार क्रिकेटर और परिश्रमी नेता के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाई थी।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘चेतन चौहान जी ने शानदार क्रिकेटर के रूप में और बाद में एक परिश्रमी नेता के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने उत्तर प्रदेश में जन सेवा में तथा भाजपा को मजबूत बनाने में प्रभावी योगदान दिया। उनके निधन से दु:खी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं।’
चेतन चौहान ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 40 टेस्ट मैच खेले और 2084 रन बनाए, जिसमें 16 अर्धशतक शामिल हैं। चौहान और सुनील गावस्कर की सलामी जोड़ी पूरी दुनिया में काफी विख्यात रही है। इस जोड़ी ने 3 हजार से ज्यादा रन बनाए और 12 बार शतकीय साझेदारी निभाई।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे लंबे समय तक डीडीसीए से जुड़े रहे और फिर बाद में भाजपा से जुड़ गए। चौहान अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा से बीजेपी विधायक थे। योगी सरकार में सैनिक कल्याण, होम गार्ड, पीआरडी, नागरिक सुरक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। उन्होंने 2 बार लोकसभा चुनाव भी जीता।