इटावा: मुबंई के खिलाफ रणजी ट्राफी में नाबाद दोहरा शतक जमाने वाले रेलवे के धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज उपेन्द्र यादव के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2023 सत्र में खरीदे जाने से उनके गृहनगर इटावा में खुशी का माहौल है।
जिले के छोटे से गांव जुगरामऊ में जन्मे उपेंद्र को आईपीएल के नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने 25 लाख रूपये में खरीदा है। आईपीएल में उनका बेस प्राइज 20 लाख रूपये था। उपेंद्र के चुने जाने से उनके गांव में जश्न का माहौल है और उनके परिजनो को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उपेन्द्र और उनके परिजनो को बधाई दी है। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानने वाले उपेन्द्र ने 2016-17 में यूपी रणजी टीम के सदस्य के तौर पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था जबकि पांच फरवरी 2018 को उन्होने विजय हजारे ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए अपनी लिस्ट ए करियर की शुरुआत की।
उपेंद्र के पिता दीवान सिंह यादव हाल में यूपी पुलिस से दरोगा के रूप में रिटायर्ड हुए हैं। मात्र 26 साल के उपेंद्र रणजी ट्राफी में दोहरा शतक जमाने वाले उत्तर प्रदेश के 12वें खिलाड़ी हैं। अपने रणजी करियर में अब तक चार शतक जमा चुके उपेन्यद्र ने कानपुर के केडीएमए स्कूल में इंटरमीडिएट पास करने के बाद बल्लेबाजी के साथ विकेटकीपिंग का भी अभ्यास शुरू किया था।
बेटे के चयन पर पिता दीवान सिंह यादव और माता मिथिलेश यादव के अलावा गांव वाले जश्न में मिठाई बांट रहे है। उपेंद्र के चाचा प्रदीप कुमार बताते हैं कि उपेंद्र को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का बहुत अधिक शौक रहा है जिसके चलते आज वह क्रिकेट का बड़ा खिलाड़ी बन गया है। पिता दीवान सिंह यादव का कहना है कि हर पिता का सपना होता है कि उनका बेटा उनसे आगे निकले और बड़ा बन करके दिखाएं लेकिन उनके बेटे ने जो काम किया है वह वाकई में काबिले तारीफ है। उन्हें उम्मीद और भरोसा इस बात का है कि एक ना एक दिन उनका बेटा भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा जरूर बनेगा।
गौरतलब है कि चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और तेज गेंदबाज अंकित राजपूत के बाद उपेन्द्र कानपुर से आईपीएल में चुने जाने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। उनका परिवार कानपुर के यशोदानगर में निवास करता है।(वार्ता)