एशिया कप से ही फॉर्म पाने वाले विराट कोहली टी-20 विश्वकप में भारत के लिए एक बार फिर सबसे बड़े बल्लेबाज बनकर उतरेंगे। कोहली ने ना केवल अपना फॉर्म वापस पाया है बल्किन उनके बल्ले के कारण भारत को जीत भी मिलने लग गई है।
केएल राहुल का पहले ही ओवर में विकेट गंवाने के बाद क्रीज पर आए विराट कोहली को इस बात का ही सबूत देना था कि वह अपने पाए हुए फॉर्म से वापस से भारत के लिए मैच विजेता बन सकते हैं।
शुरुआत में उन्होंने समय लिया लेकिन पॉवरप्ले के अंतिम ओवर में जोश हेजलवुड को 1 छक्का और चौका लगाकर उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए।
पॉवरप्ले खत्म होने के बाद जैसे ही सूर्यकुमार यादव ने गेंदो को सीमा रेखा के बाहर भेजना शुरु किया तो विराट कोहली ने एक छोर पर खूंटा गाड़ दिया।
इसके साथ ही 16वें ओवर में जैसे ही सूर्यकुमार यादव का विकेट गिरा तो विराट कोहली ने फिर तेजी से खेलना शुरु कर दिया। उनकी निगाह में सिर्फ जीत थी। यह वैसा ही दृष्टिकोण था जैसा 2019 से पहले कोहली के खेल में दिखता था।
अपने खेल से उन्होंने बता दिया कि अफगानिस्तान के खिलाफ आने वाली उनका टी-20 शतक कोई तुक्का नहीं था।
विराट कोहली ने 48 गेंदो में 3 चौके और 4 छक्के लगाकर 131 की स्ट्राइक रेट से 63 रन बनाए थे। यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 8वां और कुल 33 वां अर्धशतक था।विराट के इस पुराने रूप को देखकर फैंस के साथ साथ टीम मैनेजमेंट ने भी राहत की सांस ली होगी क्योंकि टी-20 विश्वकप शुरु होने से पहले ही टीम का सबबरोस पुराना मैच विनर फॉर्म में आ गया।