नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत कर दी जो एक अगस्त से शुरू होकर अगले 2 वर्षों की समयावधि में खेली जाएगी और भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इसे लेकर उत्साह व्यक्त किया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 9 पूर्णकालिक देशों के बीच खेली जाएगी जिसमें कुल 27 सीरीज़ के 71 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। इसकी 2 शीर्ष टीमों के बीच लार्ड्स में जून 2021 में फाइनल खेला जाएगा। विराट ने इस चैंपियनशिप को लेकर कहा, भारतीय टीम इस चैंपियनशिप में अपने हाथ आए मौकों को भुनाने की पूरी कोशिश करेगी।
कप्तान ने कहा, हम पूरे उत्साह के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का इंतज़ार कर रहे हैं और खेल के लंबे प्रारूप के लिए यह नए आयाम लेकर आएगी। टेस्ट क्रिकेट बहुत चुनौतीपूर्ण है और खेल के इस पारंपरिक प्रारूप में शीर्ष पर रहना बहुत संतोषजनक होगा। भारतीय टीम ने पिछले वर्षों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और इस चैंपियनशिप में भी वह अपने मौकों को भुनाने का पूरा प्रयास करेगी।
ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ वे 9 टीमें हैं जो डब्ल्यूटीसी में शीर्ष पर आने के लिए अगले 2 वर्षों में संघर्ष करेंगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने वर्ष 2009 में इस चैंपियनशिप के लिए योजना तैयार की थी जिसे 2010 में अनुमति दी गई। इसके पहले संस्करण को वर्ष 2013 में शुरू किया जाना था लेकिन 2017 तक टलने के बाद यह रद्द हो गया। इसके बाद यह फैसला किया गया कि एक अगस्त, 2019 से 30 अप्रैल 2021 तक इसके पहले संस्करण को आयोजित किया जाएगा।
इस चैंपियनशिप के तहत खेली जाने वाली हर सीरीज़ के 120 अंक होंगे जिसमें मैचों की संख्या कितनी भी हो सकती है। एक टीम के पास एक साइकल में अधिकतम 720 अंक प्राप्त करने का मौका रहेगा। भारतीय क्रिकेट टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत अपने अभियान की शुरुआत उसे मैचों की सीरीज़ से करेगा, जो उसे 22 अगस्त से वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलनी है।