नई दिल्ली। विराट कोहली 3 अगस्त से 3 सितंबर होने वाले वेस्ट इंडीज दौरे में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे सफल कप्तान सकते हैं। कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 3 ट्वंटी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट खेलने सोमवार को अमेरिका और वेस्ट इंडीज के दौरे पर रवाना होगी।
भारत के वेस्ट इंडीज में दो टेस्ट आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का भी हिस्सा होंगे, जिसमें मैच के परिणाम के हिसाब से अंक मिलेंगे। इन 2 टेस्टों में विराट के पास धोनी से आगे निकलने का मौका रहेगा।
धोनी अब तक भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में 60 टेस्टों में 27 जीते हैं, 18 हारे हैं और 15 ड्रॉ रहे हैं। विराट ने अपनी कप्तानी में 46 टेस्टों में 26 जीते हैं, 10 हारे हैं और 10 ड्रॉ खेले हैं। इस दौरे में दो टेस्ट जीतने की स्थिति में धोनी को पीछे छोड़कर भारत के सबसे सफल कप्तान बन सकते हैं।
वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में विराट के पास सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने के मामले में राहुल द्रविड़ से आगे निकलने का मौका रहेगा, जिसके बाद वह इस क्रम में चौथे नंबर पर आ जाएंगे।
द्रविड़ ने 79 मैचों में भारत की कप्तानी की थी जबकि 77 मैचों में भारत की कप्तानी कर चुके विराट वनडे सीरीज के बाद 80 मैचों के साथ द्रविड़ से आगे निकल जाएंगे। वनडे मैचों में धोनी ने 200, मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 174 और सौरव गांगुली ने 146 मैचों में भारत की कप्तानी की है।
विराट ने हाल में समाप्त हुए विश्व कप में कपिल देव (74 मैचों में कप्तानी) और सचिन तेंदुलकर (73 मैचों में कप्तानी) को पीछे छोड़ा था और विंडीज दौरे में वह द्रविड़ से आगे निकल जाएंगे।
2 टेस्टों की सीरीज में विराट के पास कर्नल नाम से मशहूर दिलीप वेंगसरकर को भी पीछे छोड़ने का पूरा मौका रहेगा। वेंगसरकर ने 116 टेस्टों में 6868 रन बनाए हैं जबकि विराट ने 77 टेस्टों में 6613 रन बनाये हैं।
दोनों के बीच 255 रन का फासला है और यदि विराट इस फासले को पूरा कर देते हैं तो वह भारत में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में सातवें नंबर पर पहुंच जाएंगे।
ट्वंटी-20 में भारत के दो शीर्ष बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट के बीच एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ चलती रहेगी। इस फॉर्मेट में रोहित के 94 मैचों से 2331 रन और विराट के 67 मैचों से 2263 रन हैं। दोनों के बीच मात्र 68 रनों का फासला है।