नई दिल्ली। भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली देश ही नहीं दुनियाभर में क्रिकेट के एक बड़े ब्रांड बन चुके हैं जिन्हें हर कोई अपनी तरफ करना चाहता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) तथा इंग्लिश काउंटी सरे के बीच उन्हें अपनी तरफ करने को लेकर खींचातानी चल रही है। विराट कोहली के लिए बड़ा धर्मसंकट आ गया है कि वे काउंटी खेले या फिर देश की राष्ट्रीय टीम के लिए।
भारत के इंग्लैंड दौरे से पहले जहां भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट अपने खेल को मजबूत करने के लिए इंग्लिश काउंटी सरे के साथ खेलने जा रहे हैं तो वहीं खुद बीसीसीआई ने उन्हें आयरलैंड दौरे के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल कर विराट के लिए दुविधा पैदा कर दी है।
काउंटी में खेलने के कारण ही विराट 14 जून से बेंगलुरू में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है। विराट की जगह अजिंक्य रहाणे को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है। क्रिकइंफो के अनुसार सरे की वेबसाइट पर कहा गया है कि विराट जून के आखिर तक उनकी काउंटी टीम सरे के लिए खेलेंगे।
सरे की टीम स्कारबोरो में यार्कशायर के खिलाफ आखिरी मैच 25 से 28 जून तक खेलेगी जबकि मंगलवार को बेंगलुरू में बीसीसीआई की सीनियर चयन समिति ने आयरलैंड के खिलाफ 27 और 29 जून को होने वाली दो टी-20 मैचों की सीरीज के लिए भी विराट को टीम में शामिल कर लिया है जिससे अब सवाल पैदा हुआ है कि भारतीय खिलाड़ी सरे के लिए खेलेंगे या राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को निभाएंगे।
हालांकि यह भी दिलचस्प है कि बीसीसीआई ने आगामी इंग्लैंड दौरे से पहले विराट के खेल को मजबूत करने के मद्देनज़र ही सरे के साथ खेलने की अनुमति दी है। स्कारबोरो में होने वाले सरे के काउंटी मैच के लिए यदि विराट उपलब्ध रहते हैं तो साफ है कि उनका आयरलैंड के साथ मैच खेलना मुश्किल हो सकता है।