लीड्स: कप्तान कोहली ने हेडिंग्ले में हार के बाद एक अजीब और गरीब बयान दिया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में ही बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह ढह सकती है। हालांकि भारतीय बल्लेबाजी SENA Countries (South Africa, England, New Zealan, Australia) के अलावा कभी कभार एशियाई पिचों पर भी धराशाही हो जाती है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को यहां तीसरे टेस्ट में पारी की हार के बाद कहा कि स्कोरबोर्ड का काफी दबाव रहा जिसमें इंग्लैंड ने विशाल बढ़त बनायी और साथ ही उसके गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय टीम चौथे दिन लंच से पहले ही आठ विकेट गंवाकर दूसरी पारी में 278 रन पर सिमट गयी जिससे उसे पारी और 76 रन से हार का सामना करना पड़ा।
टीम पहली पारी में महज 78 रन ही बना सकी थी। इंग्लैंड ने फिर अपनी पहली पारी में 423 रन का स्कोर बनाकर 354 रन बड़ी बढ़त हासिल की। इंग्लैंड इस तरह पांच मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबर हो गया।
कोहली ने मैच के बाद कहा, जब आप 80 रन (पहली पारी में) के अंदर आउट हो जाते हो तो यह स्कोरबोर्ड का दबाव होता है। और इसके बाद प्रतिद्वंद्वी टीम इतना बड़ा स्कोर बना दे।
भारतीय टीम ने तीसरे दिन दो विकेट पर 215 रन बनाये थे जिससे वह ठीक स्थिति में थी।कोहली ने कहा, लेकिन हमने कल मैच में बने रहने के लिये अच्छा खेल दिखाया था, हम जितना प्रयास कर सकते थे, हमने किया और खुद को मौका भी दिया।
इंग्लैंड के गेंदबाजों के बारे में उन्होंने कहा, लेकिन आज इंग्लैंड के गेंदबाजों ने काफी दबाव बना दिया और अंत में वह नतीजा हासिल किया जो वे चाहते थे।
कोहली ने कहा, पहली पारी का स्कोर काफी खराब रहा, यह इसी देश में हो सकता है, पूरी पारी ताश के पत्तों की तरह ढह जाये।
चौथे दिन के खेल पर उन्होंने कहा, हमने सोचा कि पिच बल्लेबाजी के लिये अच्छी है। लेकिन अनुशासित गेंदबाजी ने गलतियां करने पर मजबूर कर दिया और दबाव बहुत ज्यादा था। जब आप रन नहीं बना रहे हो तो दबाव से उबरना बहुत मुश्किल है। इससे ही बल्लेबाजी चरमरा गयी।
भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। टॉस के फैसले पर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, नहीं पिच बल्लेबाजी के लिये अच्छी दिख रही थी, जब इंग्लैंड ने बल्लेबाजी करना शुरू किया तो हमारी गेंदबाजी इतनी अच्छी नहीं थी। दोनों टीमें इस मैच में कैसा खेली, नतीजा उसी हिसाब से है।
भारतीय टीम ने दूसरे टेस्ट में शानदार जीत से बढ़त बनायी थी। लेकिन अब श्रृंखला बराबर हो गयी है तो भारतीय टीम के कप्तान ने कहा, हमने उनके वापसी करने की उम्मीद की थी।
मध्यक्रम के खिलाड़ियों के रन नहीं बना पाने के बारे में कोहली ने कहा, गहराई, आप इस पर चर्चा कर सकते हो। शीर्ष क्रम को काफी रन बनाने चाहिए तभी निचला मध्यक्रम आगे बढ़ सकता है। हमने पहले दो मैचों में काफी अच्छा किया। बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमें आत्मविश्वास से भरा रहने की जरूरत है। यहां तक कि आस्ट्रेलिया में 36 रन पर सिमटने के बावजूद हमने वापसी की थी।
ओवल में होने वाले चौथे टेस्ट के लिये चयन पर उन्होंने कहा, यह पिच पर निर्भर करेगा, पिच को देखेंगे कि इस पर कितनी नमी है और फैसला इसी से होगा। मुझे लगता है कि यह फार्मूला कारगर है, चार तेज गेंदबाज (इस तरह के हालात में)।
उन्होंने कहा, हम टेस्ट मैच खेल रहे हैं और हमने पहले भी वापसी की है और कुछ चीजों में सुधार की जरूरत है, हम उन गलतियों को सही करने की कोशिश करेंगे और ध्यान अगले मैच पर लगायेंगे। (भाषा)