आईपीएल खिताब जीतने के लिये 18 साल का इंतजार खत्म होने पर विराट कोहली अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके लेकिन टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना प्यार एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पारंपरिक क्रिकेट को अभी भी वह टी20 से पांच पायदान ऊपर रखते हैं।
पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके कोहली ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर सम्मान पाना है तो पारंपरिक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करें।उन्होंने आरसीबी के खिताब जीतने के बाद मैथ्यू हेडन से कहा , मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है । लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है। मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है।
उन्होंने कहा , मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें। अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे।उन्होंने कहा , अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो।
कोहली का यह बयान तब आया है जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया और हाल फिलहाल में यह अफवाह चल रही थी कि वह जल्द ही टेस्ट क्रिकेट के संन्यास को छोड़कर टेस्ट की सफेद पोशाक धारण कर सकते हैं।
वर्ष 2011 में पदार्पण करने के बाद से कोहली ने भारत को इस प्रारूप में दुनिया की नंबर एक टीम बनाया और 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक श्रृंखला जीत दिलाई। उनकी कप्तानी में भारत ने 68 में से 40 टेस्ट जीते और वह दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ, आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ के बाद सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे।उन्होंने भारत के लिए 123 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 46.85 के औसत से 30 शतकों की मदद से 9230 रन बनाए हैं।