भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले ऐतिहासिक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मैच के शुरु होने में कुछ ही घंटे बचे हैं। दोनों टीमें बस इस मैच को अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए जीतकर इतिहास रचना चाहेंगी। लेकिन इस मैच के शुरु होने से एक दिन पहले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने एक बड़ी गलती की है, जिसका फायदा केन विलियमसन उठा सकते हैं।
दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि विराट कोहली ने मैच शुरु होने के एक दिन पहले गुरुवार को ही टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया। जबिक न्यूजीलैंड ने ऐसा नहीं किया और वह टॉस होने के बाद प्लेइंग इलेवन बताएंगे। तो अब ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा की विराट ने मैच से पहले कीवी टीम के सामने अपने सारे पत्ते खोलकर रख दिए हैं, जिसका अब उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
प्लेइंग इलेवन का ऐलान करने के साथ ही ये तीन गलतियां कर बैठे कप्तान कोहली-
विहारी की जगह अश्विन को चुनना
यदि आप गौर करें, तो भारत की अंतिम ग्यारह में रविंद्र जडेजा व रविचंद्रन अश्विन के रूप में दो स्पिनर्स को खिलाया है, जबकि यहां पर अश्विन के स्थान पर हुनमा विहारी को मौका दिया जा सकता था। दरअसल, विहारी पिछले दो महीनों से इंग्लैंड में है और उन्होंने वहां पर काउंटी क्रिकेट में भी शिरकत की थी। साथ ही इस बात में भी कोई शक नहीं है कि वह काउंटी में स्विंग को परखने में सफल हुए होंगे।
विहारी एक पार्टटाइम स्पिन गेंदबाज का भी किरदार अदा कर सकते थे और उनके अंतिम ग्यारह में शामिल होने से एक अतिरिक्त बल्लेबाजी विकल्प भी टीम के साथ जुड़ जाता।
मौसम का अंदाजा होने के बाद भी दो स्पिनर
सिर्फ हनुमा विहारी के एंगल से ही नहीं बल्कि दो स्पिन गेंदबाजों को खिलाना वाकई में कप्तान विराट कोहली द्वारा एक बड़ी गलती साबित हो सकता है। दरअसल, यह बात सभी अच्छे से जानते हैं कि साउथम्प्टन का मौसम 18 से 22 जून के बीच बारिश और बादलों से घिरा हुआ होने वाला है और इंग्लैंड की कंडीशन में ऐसे मौसम में हमेशा तेज गेंदबाजों की चांदी मानी जाती है।
ऐसे में शायद अश्विन और जडेजा दोनों को एक साथ खिलाना टीम इंडिया के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। मौसम और परिस्तिथियों को ध्यान में रखते हुए कोहली और टीम मैनेजमेंट एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को अंतिम ग्यारह में शामिल कर सकते थे।
मैन इन फॉर्म को किया गया नजरंदाज
टीम घोषित करने के साथ ही कप्तान विराट कोहली की तीसरी बड़ी गलती यह रही कि उन्होंने शानदार फॉर्म में चल रहे युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के स्थान पर इशांत शर्मा को अंतिम एकादश का हिस्सा बनाया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले सिराज ने लाल गेंद से शानदार प्रदर्शन कर सभी को खासा प्रभावित किया था लेकिन उसके बाद भी उनको ड्रॉप किया गया।
इस बात में कोई शक नहीं है कि इशांत शर्मा अनुभवी है और उनके पास इंग्लैंड में खेलने का अनुभव भी है लेकिन सिराज ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली सफलता का फायदा आईपीएल-14 में भी उठाया था और वह न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को अपनी रफ्तार और स्विंग दोनों से खासा परेशान कर सकते थे। सबसे खास बात कीवी टीम ने अभी तक उनका सामना भी नहीं किया था, जो भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट साबित हो सकता था।