मोहाली टेस्ट के पहले दिन भारत ने 6 विकेट खोकर 357 रन बना लिए हैं। हालांकि पहले दिन के हालात को देखकर लगता है कि भारत को शायद ही दुबारा बल्लेबाजी का मौका मिले और वह पहली पारी में 500 से ज्यादा का स्कोर बनाकर श्रीलंका को पारी की हार देने की ओर कदम बढ़ाए। पहले दिन ही यह झलकियां मिलनी शुरु हो गई है कि हो सकता है विराट कोहली दुबारा बल्लेबाजी ना कर पाए और यह टेस्ट महज 3 या फिर 4 दिन में खत्म हो जाए।
पहले ही दिन मिला लसिथ एंबुलदेनिया को टर्न
एंबुलदेनिया श्रीलंका के गेंदबाजों में सबसे अधिक प्रभावी नजर आए। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को समय समय पर परेशान किया लेकिन अधिक सफलता हासिल नहीं कर पाए।
एंबुलदेनिया की लेग साइड पर पिच होकर स्पिन होती गेंद को हालांकि कोहली चूक गए और गेंद ने उनके आफ स्टंप के बेल्स गिरा दिए। इसके बाद स्टेडियम में कुछ देर के लिए एकदम सन्नाटा सा पसर गया।
वह 76 गेंद में 45 रन की पारी के दौरान अच्छी लय में दिखे। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके जड़े और इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में आठ हजार रन भी पूरे किए।
अग्रवाल ने भी कुछ आकर्षक बाउंड्री लगाई लेकिन एंबुलदेनिया की गेंद को चूककर पगबाधा हो गए। गेंद पर अधिक उछाल नहीं था जिससे अश्विन और जडेजा खुश होंगे क्योंकि दूसरे दिन उनको गेंदबाजी करने का अवसर मिलेगा।
श्रीलंकाई स्पिनर को पहले दिन इतनी मदद तो भारतीय स्पिनर बरपाएंगे कहर
अगर एक श्रीलंकाई स्पिनर को पहले दिन पिच से इतना टर्न और मदद मिली है तो इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत ने पिच स्पिन गेंदबाजों को ध्यान में रख कर ही बनाई है। रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जड़ेजा जब जोड़े में गेंदबाजी करेंगे तो लंकाई बल्लेबाजों का हाल बुरा हो सकता है।
हालांकि यह भी माना जाता है कि श्रीलंका के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी को बेहतर खेलते हैं। लंका न मुरलीधरन, रंगना हेरथ और अजंता मेंडिस जैसे स्पिनर्स विश्व क्रिकेट को दिए हैं। हालांकि श्रीलंका आज तक भारत को उसकी धरती पर टेस्ट नहीं हरा पाया है। यह तथ्य ही इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय स्पिनर अपनी पिच पर कितने घातक साबित होते हैं।