मोहाली:मोहाली में खेला जा रहा भारत बनाम श्रीलंका का टेस्ट मैच है तो कोहली का 100वां टेस्ट मैच लेकिन इसमें चमक बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे हैं। कल ऋषभ पंत तो आज रविंद्र जड़ेजा ने मोहाली के स्टेडियम में दर्शकों का मनोरंजन किया। पंत तो फिर भी कल 4 रनों से शतक चूक गए थे लेकिन जड़ेजा ने पहले सत्र में अपना शतक पूरा करने के बाद दूसरे सत्र में 150 रन पार किए। जब वह 175 रनों पर थे तो भारत ने 574 रनों पर पारी घोषित कर दी।
कोहली ने कल बाएं हाथ के तेज गेंदबाज विश्व फर्नांडो पर सीधे चौके के साथ शुरुआत की थी। वह 76 गेंद में 45 रन की पारी के दौरान अच्छी लय में दिखे थे। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके जड़े और इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में आठ हजार रन भी पूरे किए।
एंबुलदेनिया की लेग साइड पर पिच होकर स्पिन होती गेंद को हालांकि कोहली चूक गए और गेंद ने उनके आफ स्टंप के बेल्स गिरा दिए। इसके बाद स्टेडियम में कुछ देर के लिए एकदम सन्नाटा सा पसर गया। लेकिन आज जब वह फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरे तो भारतीय टीम ने उनको गार्ड ऑफ हॉनर दिया। इसका एक वीडियो बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी अपलोड किया है।
जब तक अच्छा खेल रहा हूं, स्कोर की चिंता नहीं करता : कोहली
विराट कोहली जब अपना सौवां टेस्ट खेलने उतरे तो उन्हें काफी बेचैनी थी और पहले टेस्ट जैसे वह नर्वस भी थे लेकिन शतक नहीं बना पाने को लेकर वह चिंतित नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि वह अच्छा खेल रहे हैं।
जब मीडिया ने पूछा कि बड़ी पारी नहीं खेल पाने के कारण क्या वह अपनी प्रक्रिया में बदलाव करना चाहते हैं, इस पर उन्होंने कहा , मेरी तैयारी वैसी ही है जैसी हमेशा रही है। जब तक मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, मुझे चिंता नहीं है । हम रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर उतावले रहते हैं।
उन्होंने कहा , मुझे लगा मानो मेरा पहला टेस्ट है । मुझे बेचैनी हो रही थी और काफी नर्वस भी था।उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि अब अच्छी शुरूआत को बड़ी पारियों में बदलना होगा।
उन्होंने कहा , मेरी शुरूआत अच्छी थी और यूं आउट होने का दुख है। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था । बतौर बल्लेबाज निराशा होती है । हमारी कोशिश हमेशा बड़ी पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की रहती है।
कोहली ने कहा कि कोरोना काल में अपने खेल पर काम करने का समय ही नहीं मिल पाता।उन्होंने कहा , यह हालात ऐसे नहीं है कि खेल से अलग रहकर उस पर काम किया जा सके। तीनों प्रारूप और आईपीएल में इतने लंबे समय तक खेलना कठिन था। मुझे गर्व है कि मैने अपने शरीर को इसके अनुकूल बनाया।