करीब 6 महीने बाद विराट कोहली घरेलू पिच पर टेस्ट खेलते हुए नजर आएंगे। अपनी वापसी से पहले विराट कोहली ने वानखेड़े स्टेडियम में गुजारे हुए शानदार पल साझा किए। पिछली बार जब भारत ने यहां खेला था तब कप्तान विराट कोहली ने 235 रन बनाये थे।
शुक्रवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया के लिए अगुवाई करने वाले विराट कोहली ने कहा कि वानखेड़े में क्रिकेट खेलना मुझे काफी पसंद है। इस मैदान पर काफी सुनहरी यादें मुझी मिली हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वानखेड़े से ज्यादा मेरी हमेशा यह कोशिश रहती है कि मैं किस तरह की पारी खेलकर अपनी टीम के लिए फायदा पहुंचा सकूं। मेरा पहले भी यह ही लक्ष्य रहा है और जब भी मैं मैदान पर जाता हूं तो यह ही लक्ष्य रहता है।
"मैं स्थिति के मुताबिक खेलना पसंद करता हूं और अगर स्थिति की यह मांग है कि मुझे लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी है ताकि टीम मजबूत स्थिति में पहुंच सके या फिर एक कमजोर स्थिति से निकल सके तो मैं यह करना पसंद करूंगा।"
बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल पर अपलोड हुए वीडियो क्लिप में विराट कोहली ने यह भी कहा कि यह खिलाड़ी को समझना चाहिए कि वह हर बार एक ही तरह से नहीं खेल सकता।
कोहली ने कहा कि एक खिलाड़ी को पेशेवर रवैया अपनाना चाहिए कि उससे कहां गलती हुई इसका विश्लेषण वह मैदान से बाहर आकर कर सकता है। यह मैं भी समय समय पर करता रहता हूं और आगे भी मेरी यही कोशिश होने वाली है।
गौरतलब है कि टीम इंडिया को विराट कोहली के बदले कानपुर टेस्ट में खेली गई अंतिम ग्यारह में बदलाव करना होगा। ऐसे में विराट कोहली से टीम इंडिया बड़ी पारी की उम्मीद लगाएगी। विराट कोहली का खुद का फॉर्म भी बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता।
अंतिम बार उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के इडन गार्डन में गुलाबी गेंद से खेले गए दिन रात्रि टेस्ट में शतक जड़ा था। इसके बाद से टेस्ट तो क्या किसी भी फॉर्मेट में विराट के बल्ले से शतक नहीं निकला है। वह यह चाहेंगे कि कोलकाता का लंबा इंतजार वानखेड़े पर खत्म हो।
वानखेड़े पर 2016 के बाद लौटेगा टेस्ट क्रिकेट
वनडे विश्व पर 2011 फाइनल समेत कई बड़े मैचों की मेजबानी कर चुके वानखेड़े स्टेडियम पर पांच साल बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी होगी जब भारतीय टीम दूसरे टेस्ट में शुक्रवार से न्यूजीलैंड से खेलेगी।
इस मैदान पर आखिरी टेस्ट आठ से 12 दिसंबर 2016 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था जो मेजबान टीम ने एक पारी और 36 रन से जीता।इस मैदान पर 25 टेस्ट खेले जा चुके हैं जिनमें से 11 भारत ने जीते, सात हारे और सात ड्रॉ रहे।
इस मैदान पर पहला टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ जनवरी 1975 में खेला गया जिसमें भारत को 201 रन से पराजय झेलनी पड़ी।
भारत ने इस मैदान पर पहला टेस्ट 1976 में 162 रन से जीता था जिसमें सुनील गावस्कर ने 119 रन बनाये थे। वह मैच भी न्यूजीलैंड के खिलाफ था।मुंबई क्रिकेट संघ महाराष्ट्र सरकार के कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन करेगा। मैच के दौरान पांचों दिन 25 प्रतिशत दर्शकों को ही स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति रहेगी।