Shreyas Iyer Advice to Prithvi Shaw : पृथ्वी शॉ जितनी तेजी से उभरे थे, उतनी ही तेजी से हाशिए पर भी चले गए लेकिन श्रेयस अय्यर का मानना है कि अनुशासित होने पर मुंबई का यह बल्लेबाज बुलंदियों को छू सकता है।
शॉ ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में अपनी प्रतिभा की झलक पेश की और 9 मैचों में 197 रन बनाए लेकिन इसमें एक भी अर्धशतक शामिल नहीं है। मुंबई ने श्रेयस की कप्तानी में खिताब जीता।
मध्यप्रदेश को फाइनल में पांच विकेट से हराने के बाद श्रेयस ने कहा , मुझे लगता है कि वह कुदरती प्रतिभावान खिलाड़ी है। उसके पास इतनी प्रतिभा है जो किसी के पास नहीं। उसे बस अनुशासन पर काम करना होगा। ऐसा करने पर वह बुलंदियों को छू सकता है ।
उन्होंने हालांकि कहा कि अपने कैरियर को ढर्रे पर लाने की इच्छा साव के भीतर खुद होनी चाहिए।
उन्होंने कहा , वह कोई बच्चा नहीं है। उसने इतना क्रिकेट खेला है। सभी उसे सलाह देते हैं। आखिर में यह उसे तलाशना होगा कि उसके लिये क्या सही है। वह पहले भी ऐसा कर चुका है। उसे फोकस रखना होगा और सोचना होगा। उसे जवाब खुद मिल जाएगा। कोई उस पर कुछ करने के लिए दबाव नहीं बना सकता।
श्रेयस ने खिताबी जीत में अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के योगदान की सराहना करते हुए कहा , वह ऐसा खिलाड़ी है जो टीम के लिए 110 प्रतिशत देगा। उसने चौथे नंबर से शुरूआत की और सूर्या के आने पर अपनी जगह छोड़ दी। फिर उसने पारी की शुरूआत की। जिस तरह से मैच दर मैच उसका रवैया रहा, उसे सलाम है।
रहाणे ने 165 की स्ट्राइक रेट से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 469 रन बनाए। (भाषा)