आज के दिन की भारतीय क्रिकेट इतिहास में बहुत ही विशेष जगह है। दरअसल, आज ही के दिन ठीक 38 साल पहले पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने 1983 विश्व कप के दौरान विस्फोटक 175 रनों की नाबाद पारी खेली थी। कपिल देव ने यह पारी उस समय खेली थी, जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
साल 1983 विश्व के दौरान 18 जून को टूर्नामेंट का 20वां मुकाबला भारत और ज़िम्बाब्वे के बीच ट्रेंटब्रिज वेल्स मैदान पर खेला गया था। मैच में टीम इंडिया की शुरुआत बहुत ही निराशाजनक रही और मात्र 17 के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट आई। 17/5 के बाद उस दिन मैदान पर जो हुआ वो इतिहास बन गया।
मुकाबले में भारतीय कप्तान कपिल देव ने छठे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 138 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 175 रन बना डालें। अपनी पारी में कपिल ने 16 चौके और छह छक्के भी लगाए। जिस समय कपिल बल्लेबाजी के लिए आए थे, उस समय टीम का स्कोर 9/4 था और भारत की पारी समाप्त होने के समय स्कोर 266/8 का रहा।
वाकई में कपिल देव ने 22 गज की पट्टी पर जो पारी खेली वह लाजवाब थी। उस लम्हें को दोबारा नहीं जिया जा सकता। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस मैच की कोई भी रिकॉर्डिंग मौजूद नहीं है। क्योंकि उस वक्त ब्रॉडकास्टिंग की जिम्मेदारी बीबीसी के पास थी और उस दिन बीबीसी की हड़ताल थी। मैदान पर कोई कैमरा नहीं था, जो उन लम्हों को कैद कर सके। मैदान में जो भी मौजूद थे वे आज तक खुद को खुशकिस्मत मानते हैं। उन्होंने जो देखा वह दूसरा कोई नहीं देख पाएगा।
175 रनों के साथ-साथ कपिल देव भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी भी बन गए, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में देश के लिए पहला शतक लगाया हो।
कपिल देव की पारी की सबसे बात यह रही कि शुरुआत में उन्होंने खुद को समय दिया और हवा में कोई भी शॉट नहीं खेला। नजरें जमाने के बाद कपिल ने जमकर ज़िम्बाब्वे टीम की क्लास लगाई। उस समय 60 ओवर के ही मैच होते थे। कपिल की पारी के दम पर भारत ने 60 ओवरों में 266/8 का स्कोर खड़ा किया। जिम्बाब्वे की टीम 235 रन बना सकी। कपिल ने 175 रनों की जो पारी खेली वह भारतीय वनडे इतिहास में पहले कभी नहीं खेली गई थी।
मुकाबले में कपिल देव का भरपूर साथ विकेटकीपर सैयद किरमानी ने निभाया। किरमानी ने (24) रन बनाये और नौवें विकेट के लिए अपने कप्तान के साथ 126 रनों की रिकॉर्ड नाबाद साझेदारी निभाई। कपिल 49वें ओवर में अपनी सेंचुरी पर पहुंचे। अगले 11 ओवर में कपिल ने 75 रन और बनाए।
भारत के 267 रनों के लक्ष्य के सामने जिम्बाब्वे की टीम 235 पर ऑल आउट हो गई थी और टीम इंडिया ने यह मुकाबला 31 रनों से जीता था। मैच में कपिल देव ने 11 ओवरों की गेंदबाजी में एक विकेट भी अपने नाम किया था।