वेलिंगटन। अपने करियर का 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने जा रहे न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर ने कहा है कि उन्हें करियर की पहली टेस्ट सीरीज खेलने के बाद लगा था कि वह कभी भी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे।
टेलर अब तक 99वें टेस्ट मैच खेल चुके हैं और भारत के खिलाफ वेलिंगटन में 21 फरवरी से होने वाला मैच उनके करियर का 100वां अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच होगा। टेलर इस दौरान क्रिकेट के तीनों प्रारुप में 100 मैच खेलने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।
35 वर्षीय टेलर ने 2007 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में 15 और 4 रन बनाए थे। इसी तरह दूसरे मुकाबले में 17 और 8 रन ही बना पाए थे।
टेलर ने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद मुझे लगा कि मैं अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाऊंगा। मैं बहुत खुशनसीब था क्योंकि 2005 में टी-20 क्रिकेट आया और 2006 में मैंने पदार्पण किया। समय के साथ मेरे प्रदर्शन को देखते हुए मेरा चयन टीम में हुआ। करियर में समय बहुत महत्वपूर्ण है।'
टेलर ने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका के साथ पहली सीरीज के बाद मुझे बांग्लादेश के खिलाफ टीम में जगह नहीं मिली। इसके बाद मैंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू जमीन पर टेस्ट सीरीज खेली और पहले मुकाबले में ही शतक ठोका। उस वक्त मुझे अपने ऊपर विश्वास हुआ कि मैं इस स्तर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं।'
न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ने कहा, 'अपने टेस्ट करियर के तीसरे मुकाबले में मैंने शतक जड़ा और वनडे में भी तीसरे मुकाबले में मैंने ऐसा किया था। दोनों प्रारुप में इतने कम मैचों में शतक ठोकने से मुझे अपने ऊपर यह विश्वास आया कि मैं इस स्तर पर खेलने के लिए फिट हूं और इससे मुझे काफी मदद मिली।'
उन्होंने कहा, 'मैंने अबतक अपने करियर में जो कुछ भी हासिल किया है उससे मैं बहुत खुश हूं। टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे आपके करियर में कई उतार-चढ़ाव आते है और मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। लेकिन इन सबके बीच वेलिंगटन के लिए मेरे दिल में एक विशेष स्थान है।'
टेलर ने 99 टेस्ट मैचों में 46.28 के औसत से 7174 रन बनाए हैं जिसमें 19 शतक और 33 अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 231 वनडे में 8570 रन बनाए हैं जिसमें 21 शतक तथा 51 अर्द्धशतक शामिल हैं। टेलर ने 100 टी-20 में 7 अर्द्धशतकों की मदद से 1909 रन बनाए हैं।