मुंबई, दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में महिला क्रिकेट क्लब बहुत पहले से हैं, लेकिन साल 2017 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने के बाद देश के छोटे शहरों में भी लड़कियां क्रिकेट के प्रति आकर्षित हुई हैं और इसीलिए इन शहरों में एक के बाद एक कई क्रिकेट क्लब रजिस्टर्ड हुए हैं। मध्यप्रदेश के इन्दौर शहर में ही पिछले तीन महीनों में 15 से अधिक क्रिकेट क्लब रजिस्टर्ड हुए हैं, जहां लड़कियां क्रिकेट खेल रही हैं।
क्रिकेट का यह जुनून महिलाओं में न केवल इन्दौर में है बल्कि वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन देखते हुए देश के अन्य शहरों में भी लड़कियां क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित हुई हैं। उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, महराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में महिला क्रिकेट क्लब चल रहे हैं और ये संबंधित राज्य क्रिकेट बोर्ड से अनुमति लेकर बड़े आयोजन की योजना भी बना रहे हैं।
वैसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की महिला क्रिकेट को लेकर बहुत बड़ी योजना है और इसके तहत राज्य क्रिकेट संघों में कई कार्यक्रम भी संचालित हो रहे हैं। बीसीसीआई महिला क्रिकेट के लिए अलग अलग वर्ग में ट्रेनिंग कैंप से लेकर टूरर्नामेंट आयोजित करता रहा है, लेकिन अब लड़कियों में खुद दिलचस्पी बढ़ी है और वे बड़े पैमाने पर क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रही हैं।
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के धर्मशाल में स्थित क्रिकेट अकादमी महिलाओं के लिए आवासीय सुविधाओं के साथ साथ महिला क्रिकेट की एक आदर्श अकादमी मानी जा सकती है। लड़कियां यहीं रहकर जमकर क्रिकेट की प्रैक्टिस करती हैं। आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी लड़कियों के लिए इस तरह की अकादमी स्थापित की जा सकती है।
लड़कियों के क्रिकेट में बढ़ती दिलचस्पी के चलते कई प्रायवेट स्कूल अलग से लड़कियों के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता प्लान कर रहे हैं। बहरहाल, महिला क्रिकेट की लोकप्रियता छोटे शहरों में भी बढ़ रही है और इसका बहुत कुछ श्रेय भारतीय महिला क्रिकेट टीम को जाता है, जिसने वर्ल्ड कप में फाइनल तक का सफर तय किया।