विंडहोक। ऑस्ट्रेलिया की क्लेरी पोलोसाक ने पुरुष एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर की उपलब्धि हासिल करने के बाद इसे विशेष दिन करार दिया।
यह 31 वर्षीय अंपायर शनिवार को नामीबिया और ओमान के बीच विश्व क्रिकेट लीग डिवीजन 2 के मैच में अंपायरिंग करने के लिए उतरी थी और उन्होंने बाद में कहा कि अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाने के बाद अब उन्हें चैन की नींद आएगी।
पोलोसाक ने कहा कि यह हर किसी के लिए विशेष दिन है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करना चाहती थी। मैदान पर खिलाड़ी कुछ अवसरों पर उत्तेजित भी हुए। टीमों के बीच थोड़ी गर्मी भी दिखी लेकिन मैंने उन्हें अपनी बातों से ही शांत कर दिया। हर किसी ने बहुत अच्छा व्यवहार किया। खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर कोई शिकायत नहीं है।
पोलोसाक इससे पहले महिलाओं के 15 वनडे में अंपायरिंग कर चुकी है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2016 में खेले गए वनडे से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंपायरिंग में पदार्पण किया था। भारत और इंग्लैंड के बीच 2018 में महिला विश्व टी-20 के सेमीफाइनल में भी पोलोसाक अंपायर थीं। उन्होंने विश्व कप 2017 के 4 मैचों में भी अंपायरिंग की थी।
उन्होंने शनिवार को खेले गए मैच के बारे में कहा कि मुझे कुछ अहम फैसले देने पड़े। विकेट के पीछे कैच और पगबाधा को लेकर और अपने सही फैसलों से मुझे खुशी हुई। आप कभी पूरी तरह से खुश नहीं हो सकते हैं लेकिन मैं आज चैन की नींद सो सकती हूं।
पोलोसाक के नाम पर पहले ही एक उपलब्धि दर्ज है। वे ऑस्ट्रेलिया में 2017 में पुरुषों के घरेलू लिस्ट 'ए' मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला हैं। महिलाओं के बिग बैश लीग में पिछले साल दिसंबर में उन्होंने 1 मैच में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की इलोइस शेरिडान के साथ मिलकर अंपायरिंग की थी। किसी पेशेवर मैच में अंपायरिंग करने वाली यह पहली महिला जोड़ी है। (भाषा)