पुणे। भारतीय क्रिकेट में लंबे समय तक अपनी घातक गेंदबाजी का लोहा मनवाने वाले जहीर खान इसी महीने की 27 तारीख को सागरिका घाटगे के साथ शादी करने जा रहे हैं। दोनों की ये शादी किस रिवाज से होगी, इसका कौतुहल बना हुआ है। जहीर और सागरिका ने कहा कि वे न हिंदू रीति से शादी करेंगे और न ही मुसलमान रीति से बल्कि ये जोड़ा 'कोर्ट मैरिज' करेगा ताकि कोई विवाद नहीं हो।
सागरिका ने जहीर खान के साथ लंबी डेटिंग के बाद इसी साल 24 अप्रैल को सगाई की थी। जहीर ने सोशल मीडिया पर 27 नवम्बर को रिसेप्शन होने की बात साझा की है। यही नहीं, कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि कोर्ट मैरिज के बाद मुंबई और पुणे में शादी का जलसा होगा।
दो अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखने वाले इस जोड़े की प्रेम कहानी और घर वालों की रजामंदी की भी एक दिलचस्प दास्तां है। जहीर खान जब टीम इंडिया में अपने जलवे बिखेर रहे थे, तभी से घाटगे परिवार उन्हें पसंद करता था। हैरत की बात ये है कि सागरिका मराठी परिवार में जन्म लेने के बाद मराठी नहीं सीख पाई, जबकि जहीर फर्राटेदार मराठी बोलते हैं।
जब जहीर खान घाटगे परिवार में मिलने जाते तो वहां पर वे सागरिका की मां से मराठी में बात करते थे। मजे की बात ये भी है कि सागरिका की तरह उनकी मां को भी मराठी नहीं आती, वो तो बस उन्हें बात करते हुए टुकर-टुकर देखा करती थीं। मराठी बोलने की इस कला के बूते पर ही जहीर ने घाटगे परिवार का दिल जीता।
एक परिवार में रजामंदी हो चुकी थी और अब समस्या थी कि मुस्लिम परिवार कैसे एक हिंदू लड़की को स्वीकारे, वो भी तब जबकि वो बॉलीवुड से जुड़ी हो। जहीर ने अपने परिजनों को सागरिका के बारे में बताया। यह भी कहा कि इस लड़की ने फिल्म 'चक दे इंडिया' में अदाकारी की है।
जहीर के खुलासे के बाद उनके परिवार ने सागरिका को घर बुलाने के बजाय फिल्म 'चक दे इंडिया' की सीडी देखी और फिल्म देखने के बाद शादी की अनुमति दे दी। परिवार जानता था कि बॉलीवुड अभिनेत्री और फिल्म 'किसना' में काम कर चुकी ईशा श्रावणी, जो कि एक मशहूर डांसर रही हैं, उससे ब्रेकअप के बाद जहीर के टूटे हुए दिल पर सागरिका ही मरहम लगा सकती है। सनद रहे कि जहीर और श्रावणी के बीच करीब 5 साल तक संबंध रहे थे।
जहीर खान किसी वक्त में भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी आक्रमण का प्रमुख अस्त्र हुआ करते थे। बड़ौदा से रणजी ट्रॉफी की शुरुआत करने वाले इस गेंदबाज को बाद में महाराष्ट्र ने आमंत्रित किया। आईपीएल में भी वे कई टीमों का हिस्सा रहे और पिछले सत्र में वे दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी करते हुए नजर आए थे।
15 अक्टूबर 2015 को जहीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। पुणे में 'जहीर्स' होटल के मालिक जहीर खान फिलहाल कमेंट्री में भी अच्छे खासे हाथ आजमा रहे हैं। जहीर खान के पिता बड़ौदा में फोटोग्राफर हुआ करते थे लेकिन बेटे की कामयाबी ने पूरे परिवार की जिंदगी ही बदलकर रख दी।