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यहां हो सकते हैं एलियंस

हमें फॉलो करें यहां हो सकते हैं एलियंस
, सोमवार, 23 सितम्बर 2019 (11:58 IST)
क्या एलियंस हैं? कौन जाने। या हो सकता है कि कोई जानता भी हो लेकिन हम आमजन को न बताया गया हो। हमें जो बताया गया है वह इतना है कि कुछ ऐसे ग्रह हैं जो एकदम पृथ्वी जैसे हैं।
 
ग्लीज 667सी
धरती से 22 प्रकाश वर्ष दूर यह ग्रह पृथ्वी से साढ़े चार गुना भारी है। वैज्ञानिकों को नहीं पता कि यहां की जमीन चट्टानी है या नहीं लेकिन यह है एकदम धरती जैसा।
 
ग्लीज 581डी
यह पृथ्वी से सात गुना भारी है। हमारे सौरमंडल से 20.3 प्रकाश वर्ष दूर यह ग्रह एक छोटे से तारे का चक्कर लगाता है। माना जाता है कि इस पर पानी भी है।
 
केपलर 452बी
यह अपने तारे से इतनी दूर है कि वहां जीवन संभव है, ठीक वैसे ही जैसे पृथ्वी पर। इसका आकार पृथ्वी से कुछ ही बड़ा है। यह छह अरब साल पुराना ग्रह है और इसका तापमान इतना है कि वहां पानी हो सकता है।
 
केपलर 186एफ
केपलर ने जितने ग्रह खोजे, उनमें से यह सबसे अहम है। इसका आकार तो पृथ्वी जितना है ही, यह अपने तारे से बहुत सुरक्षित दूरी पर है। इस पर चट्टानें भी हैं जिनमें सिलिकेट और आयरन हो सकता है। हालांकि इसका तारा उतना चमकीला नहीं है।
 
केपलर 22बी
यह पृथ्वी से 600 प्रकाश वर्ष दूर है। काम शुरू करने के सिर्फ तीन दिन के भीतर केपलर ने इसे खोज लिया था। वैज्ञानिक मानते हैं कि इसकी सतह पानी से पटी है। इसलिए इसे समुद्री ग्रह भी कहते हैं।
 
केपलर 62
केपलर टेलीस्कोप के द्वारा खोजे गए बाहरी सौरमंडलों में से पानी होने की सबसे ज्यादा संभावना इसी ग्रह पर है।
 
केपलर 62एफ
यह ग्रह भी अपने तारे से बहुत सुरक्षित दूरी पर है और यहां पानी भी है। पृथ्वी से यह 1200 प्रकाश वर्ष दूर है।
 
केपलर 62ई
इसका आकार भी पृथ्वी जितना ही है और यह भी अपने तारे से इतनी दूर है कि वहां जीवन संभव है। यह भी एक समुद्री ग्रह है यानी यहां समुद्र जितनी विशाल मात्रा में पानी है।
 
केपलर 69सी
इसका आकार पृथ्वी से करीब 70 फीसदी बड़ा है। हमसे 2700 प्रकाश वर्ष दूर इस ग्रह को सुपर अर्थ भी कहा जाता है। लेकिन इसका वातावरण शुक्र ग्रह से ज्यादा मिलता जुलता है।
 
केपलर की करामात
2009 से 2013 के बीच अपनी चार साल की छोटी सी जिंदगी में केपलर नाम की दूरबीन ने दर्जनों ग्रह खोजे जो पृथ्वी जैसे थे। इस दूरबीन का नाम जर्मन एस्ट्रोनॉमर योहानेस केपलर के नाम पर रखा गया। इसके खोजे किसी भी ग्रह पर जीवन हो सकता है। स्टीफन हॉकिंग भी एलियंस को खोज रहे हैं। ऊपर लिखे 'और' पर क्लिक कीजिए और जानिए, कैसे।
 
रिपोर्ट आरजे/वीके

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