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कोविड-19 : डेक्सामेथासोन दवा बचा सकती है जान!

हमें फॉलो करें कोविड-19 : डेक्सामेथासोन दवा बचा सकती है जान!

DW

, बुधवार, 17 जून 2020 (16:28 IST)
कोरोनावायरस के गंभीर मरीजों को ब्रिटेन में डेक्सामेथासोन नामक स्टेरॉयड की खुराक जल्द देने की योजना है। वैज्ञानिकों का कहना है कि डेक्सामेथासोन स्टेरॉयड देने से कोविड-19 के मरीजों में मृत्यु की दर घटी है।
 
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों की एक टीम ने डेक्सामेथासोन स्टेरॉयड की खुराक 2,000 से अधिक कोविड-19 के गंभीर मरीजों को दी। इस दवा का इस्तेमाल उन मरीजों पर किया गया, जो वेंटिलेटर पर थे और उन मरीजों की मृत्यु दर 35 फीसदी तक घट गई।
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के मेडिसिन विभाग में उभरते संक्रामक रोग के प्रोफेसर पीटर हॉर्बी के मुताबिक डेक्सामेथासोन ऐसी पहली दवा है जिसके इस्तेमाल से कोविड-19 मरीजों में मृत्यु दर में कमी देखी गई। इस दवा के नतीजे बहुत उत्साहजनक हैं। उनके मुताबिक डेक्सामेथासोन एक सस्ती दवा है, आसानी से उपलब्ध है और यह दुनियाभर में जान बचाने के लिए तत्काल इस्तेमाल की जा सकती है।
 
ब्रिटेन के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मैट हैनकॉक के मुताबिक कोविड-19 के मरीजों को यह दवा जल्द देनी शुरू होगी। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी खबर है और मैं सरकार को इसके लिए बधाई देता हूं। उन मरीजों और अस्पतालों का भी आभार जताता हूं जिन्होंने इस परीक्षण में भाग लिया।
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दुनियाभर में 81,73,250 लोग अब तक कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं जबकि 4,43,671 लोगों की महामारी के चलते जान चली गई है। लातिन अमेरिका और एशिया में अब भी मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है।
 
शोधकर्ता डेक्सामेथासोन दवा को कोविड-19 के मरीजों पर इस्तेमाल के बाद आए नतीजों को बड़ी कामयाबी बता रहे हैं। शोध में शामिल एक और वैज्ञानिक मार्टिन लैंड्रे के मुताबिक ये नतीजे बताते हैं कि अगर मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उन्हें वेंटिलेटर या ऑक्सीजन के सहारे रखा गया है और अगर उन्हें डेक्सामेथासोन की दवा दी जाती है तो जिदंगी बचाई जा सकती है। और यह उल्लेखनीय रूप से कम लागत पर ऐसा किया जा सकता है।
हॉर्बी के मुताबिक डेक्सामेथासोन एक जेनेरिक स्टेरॉयड है जिसका कि आमतौर पर इस्तेमाल सूजन कम करने के लिए किया जाता है। हॉर्बी कहते हैं कि यह एकमात्र ऐसी दवा है जिसके इस्तेमाल से मृत्यु दर में कमी नजर आई है और यह काफी हद तक कम कर देती है। हॉर्बी के मुताबिक यह एक बड़ी कामयाबी है।
 
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पहली बार है, जब किसी ऐसी दवा का पता चला है, जो कोविड-19 मरीज की मृत्यु टालने में सक्षम है। हालांकि कोविड-19 के इलाज के लिए अब तक कोई स्वीकृत इलाज या टीका मौजूद नहीं है। दुनिया के एक सौ से अधिक देशों में वैज्ञानिक कोविड-19 के इलाज के टीकों पर अध्ययन कर रहे हैं।
 
एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)

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