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मिर्गी के दौरों से निपटने में मदद करेगा गांजा

हमें फॉलो करें मिर्गी के दौरों से निपटने में मदद करेगा गांजा
, बुधवार, 27 जून 2018 (12:15 IST)
गांजे का इस्तेमाल अब मिर्गी के दौरों से निपटने के लिए किया जाएगा। अमेरिका की ड्रग इन्फोर्समेंट एजेंसी ने गांजे के औषधीय गुणों की वजह से इसे दवाई के रूप में प्रयोग करने की मंजूरी दे दी है।
 
 
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने दवा में गांजे का इस्तेमाल किए जाने को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। इससे छोटे बच्चों को पड़ने वाले मिर्गी के दौरों से निजात दिलाई जा सकेगी। गांजे के पौधे से 80 से अधिक प्रकार के कंपाउंड बनते है जिनका इस्तेमाल अलग-अलग तरीके से किया जाता है।
 
 
ब्रिटिश बायोफार्मा कंपनी जीडब्ल्यू फार्मास्यूटिकल्स एपीडियोलेक्स नामक दवा बनाती है जिसमें एक खास प्रकार के गांजे का इस्तेमाल किया जाता है। दवा में टेट्राहाइड्रोकैनाबाइनल (टीएचसी) का 0.1 फीसदी इस्तेमाल किया जाता है जिससे मरीज को नशा सा रहता है। इस ड्रग का सही असर जानने के लिए 516 मरीजों पर टेस्ट किया गया। एपीडियोलेक्स के प्रयोग से देखा गया कि मरीजों में मिर्गी के दौरे कम हो रहे हैं।  
 
 
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के कमिश्नर स्कॉट गॉटलिब इस मंजूरी को मेडिकल साइंस में महत्वपूर्ण कदम मानते हैं। हालांकि वह यह साफ करते हैं कि मंजूरी का मतलब यह नहीं कि गांजे के सभी प्रकार के कंपाउंड को दवा में इस्तेमाल करने की इजाजत मिल गई है। अमेरिका ने सिर्फ एक खास किस्म के गांजे को ही दवाई में प्रयोग करने की मंजूरी दी है।  
 
 
फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, एपीडियोलेक्स दवा को बचपन में होने वाले लेनॉक्स गैस्टॉट सिंड्रोम और ड्रावेट सिंड्रोम जैसे मिर्गी के दौरे में इस्तेमाल किया जाएगा। यूके में इसकी मंजूरी तब मिली जब वहां के बच्चों में इसके लक्षण बढ़ते पाए गए। लोगों के दबाव के बाद होम सेक्रेटरी ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया और 12 वर्षीय एक लड़के के ऊपर इस ड्रग का प्रयोग किया गया। अगर दवा रोक दी जाती थी तो लड़के को दिन में औसतन मिर्गी के 100 दौरे तक पड़ जाते थे। एपीडियोलेक्स दवा के 6 महीने इस्तेमाल के बाद दौरे में काफी कमी आई।
 
 
अमेरिका में एपीडियोलेक्स दवा की बिक्री से पहले, अमेरिकी ड्रग इन्फोर्समेंट एजेंसी को गांजे के विभिन्न प्रकारों को एक बार फिर कैटिगरी में बांटना होगा जिससे इस खास गांजे के कंपाउंड के इस्तेमाल में कोई अड़चन न आए। मंजूरी मिलने के 90 दिनों के भीतर ड्रग का इ्स्तेमाल शुरू हो जाएगा। 
 
 
- वीसी/एमजे (एपी,एफपी, डीपीए, रॉयटर्स)
 

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