गूगल ने बताया कि क्लाउड स्टोरेज पर डाले हुए यूजर्स के निजी वीडियो एक तकनीकी खामी की वजह से दूसरे यूजर्स के साथ शेयर हो गए थे। गूगल ने एक बयान में पूरी स्थिति बताई है और खामी के दूर होने की बात कही है।
गूगल के क्लाउड पर बैकअप किए गए कुछ यूजर्स के वीडियो तकनीकी खराबी के चलते दूसरे यूजर्स के पास चले गए। गूगल उन यूजर्स का पता लगा रहा है जिनके साथ ये परेशानी हुई है। गूगल से मिली जानकारी के मुताबिक गूगल के क्लाउड स्टोरेज पर अपलोड और डाउनलोड की सुविधा देने वाले टेकआउट टूल में परेशानी आई।
इस परेशानी की वजह से 21 से 25 नवंबर 2019 के बीच गूगल फोटोज ऐप पर अपलोड किए गए वीडियो दूसरे यूजर्स के पास चले गए। गूगल ने यूजर्स से इस तकनीकी खामी के लिए माफी मांगी है। गूगल ने इस तकनीकी खामी के शिकार हुए सभी यूजर्स को एक बयान मेल किया है। ड्यूओ सिक्योरिटी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर जॉन ऑबरहाइड ने अपने ट्विटर पर इस बयान को शेयर किया है।
बयान में लिखा है कि हम आपको गूगल की डाउनलोड यॉर डाटा सर्विस में आई एक तकनीकी खराबी के बारे में बताना चाहते हैं, जो 21 से 25 नवंबर 2019 के बीच आई थी और इसे ठीक कर लिया गया। इन 2 तारीखों के बीच आपने गूगल की 'डाउनलोड योर डाटा सर्विस' का इस्तेमाल किया जिसमें गूगल फोटोज की सामग्री भी शामिल है।
बदकिस्मती से इस दौरान गूगल फोटोज की कुछ वीडियो गलत तरीके से किसी दूसरे यूजर के अर्काइव में चली गईं। आपके गूगल फोटोज पर मौजूद एक या एक से ज्यादा वीडियो इस तकनीकी खराबी का शिकार हुई हैं। अगर आपने इस समय पर डाटा डाउनलोड किया है तो ये अधूरा हो सकता है या फिर किसी और का हो सकता है। इस समस्या को दूर कर दिया गया है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप पहले डाउनलोड किए गए डाटा को डिलीट कर फिर से डाटा डाउनलोड करें।
गूगल ने आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया है कि कितने यूजरों के निजी वीडियो दूसरे यूजरों के साथ शेयर हुए हैं? वेबसाइट नाइन टू फाइव गूगल के मुताबिक करीब 0.01 प्रतिशत गूगल फोटोज यूजर्स ने इस तकनीकी परेशानी का सामना किया है। इस वेबसाइट ने कहा है कि गूगल टेकआउट के अलावा और किसी सुविधा पर कोई असर नहीं पड़ा था।