कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद हलाल मीट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। राज्य में कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने हलाल मीट के बहिष्कार का आह्वान किया है। अब राज्य सरकार ने भी इसको लेकर प्रतिक्रिया दी है।
कर्नाटक में हिंदू जन जागृति ने हलाल मीट के बायकॉट का ऐलान किया था, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने मंगलवार को हलाल खाने को 'आर्थिक जिहाद' तक कह दिया था। दक्षिण भारत में नववर्ष के रूप में उगादी पर्व मनाया जाता है। हिंदू जन जागृति ने हिंदुओं से उगादी के मौके पर हलाल मीट नहीं खाने की अपील की है।
साफा नाम के ट्विटर हैंडल पर शेयर की गई एक वीडियो पोस्ट में मोहन गौड़ा नाम के हिंदू नेता कहा कि हलाल किए गए मीट को खाना हिंदू धर्म के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं का आचरण नहीं है। उन्होंने दावा किया कि हलाल सर्टिफिकेट के माध्यम से भारत में हजारों करोड़ रुपये का कारोबार किया जा रहा है और इसके पैसे से देश को इस्लामिक केंद्र बनाने की साजिश हो रही है। उन्होंने सभी हिंदुओं से हलाल मीट और हलाल प्रोडक्टस के बहिष्कार का आह्वान किया।