आतंक की मार झेल रहे पाकिस्तान में आज करोड़ों बच्चे स्कूलों से बाहर हैं। देश में 5 से 16 साल के तकरीबन 45 फीसदी बच्चे अब भी स्कूल नहीं जाते। हालांकि पिछले सालों में कुछ सुधार जरूर हुआ लेकिन हालात अब भी चिंताजनक हैं।
शिक्षा का स्तर
पाकिस्तान के शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के कुल 5.12 करोड़ बच्चों में से तकरीबन 2.26 करोड़ बच्चों का स्कूलों में नाम तक दर्ज नहीं हुआ है।
बेहाल अर्थव्यवस्था
साल 2015-16 के आंकड़ें बताती इस रिपोर्ट में शिक्षा की बदहाल स्थिति के कारणों का स्पष्ट खुलासा तो नहीं किया गया है, लेकिन रिपोर्ट की सह-लेखक ने इसके लिये विवादों और बेहाल अर्थव्यवस्था को मुख्य कारण बताया।
2012 से बेहतर
हालांकि साल 2012 में ऐसे बच्चों का आंकड़ा 2.6 करोड़ से भी अधिक था, लेकिन सेना द्वारा कई हिस्सों को अपने नियंत्रण में ले लेने के बाद वहां हालात सुधरे और इन आंकड़ों में कमी आई है।
अर्थव्यवस्था की दर
पिछले लंबे समय से संघर्ष और ऊर्जा की कमी झेल रहे पाकिस्तान में अब स्थिति बेहतर होती नजर आ रही है। जून में समाप्त हो रहे इस वित्त वर्ष के दौरान पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के 5 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है।
बलूचिस्तान के हालात
रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन 1.20 करोड़ लड़कियां और 1 करो़ड़ लड़के शिक्षा से वंचित हैं। बलूचिस्तान प्रांत के करीब 70 फीसदी बच्चे इससे सबसे अधिक प्रभावित है। बलूचिस्तान प्रांत की सीमा अफगानिस्तान और ईरान को छूती है।