अमेरिकी रक्षा और विदेश मंत्रियों के यूक्रेन दौरे के बाद यूक्रेन को तमाम मदद मिलने की उम्मीद तो जगी है, लेकिन रूस के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। सोमवार को रूसी सेना ने यूक्रेन के रेलवे तंत्र को निशाना बनाया है।
यूक्रेनी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रूसी सेना ने यूक्रेन के रेलवे तंत्र पर सिलसिलेवार तरीके से हमला करना शुरू कर दिया है। यूक्रेनी रेलवे के चेयरमैन ओलेक्सांद्र कामिशिन ने डॉयचे वेले से बातचीत में कहा कि सोमवार को मध्य और पश्चिमी यूक्रेन में पांच रेलवे स्टेशनों पर मिसाइल से हमले किए गए। कामिशिन ने कहा, "आज सुबह रूसी सेना ने पांच स्टेशनों पर हमले किए हैं। कुछ स्टेशनों पर दो-दो बार हथियार दागे गए। कुछ स्टेशनों पर एक बार हमले किए गए और मिसाइलों को यूक्रेन के एयर-डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। पांच स्टेशनों को भारी नुकसान पहुंचा है, लेकिन हमने आम लोगों का यातायात फिर से बहाल कर लिया है।"
कामिशिन ने कहा, "जंग की वजह से यूक्रेनी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, इसलिए रेलवे ही यूक्रेन की लाइफलाइन है। हमारे पास हवाई जहाज नहीं हैं। हमारे पास सिर्फ कारें और ट्रेन ही हैं।" कीव के विनित्सिया में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर हुए रूसी हमले में कम से कम पांच लोगों के मारे जाने और 18 लोगों के घायल होने की खबर है। इस क्षेत्र में अभी पूरी तरह यूक्रेन का नियंत्रण है और यह फ्रंटलाइन से काफी दूर है।
अमेरिका ने हथियारों की बिक्री को दी मंजूरी
अमेरिकी विदेशी मंत्रालय ने यूक्रेन की मदद के लिए 16।5 करोड़ डॉलर के वारसॉ संधि वाले गोला-बारूद की बिक्री को मंजूरी दी है। अमेरिका की 'द डिफेंस सिक्यॉरिटी कोऑपरेशन एजेंसी' ने इस संभावित बिक्री को मंजूरी दे दी है और इसके लिए कानूनी तौर पर पर जरूरी नोटिफिकेशन संसद को मुहैया कराया है। अमेरिकी सांसद इन हथियारों की बिक्री रोक सकते हैं, लेकिन यूक्रेन पर रूसी हमले के मद्देनजर इसकी कोई संभावना नहीं दिख रही है।
सोमवार को इस संभावित बिक्री का एलान करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, "यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका के सहयोगी देश की सुरक्षा को मजबूत करेगी, जिससे अमेरिका के विदेश नीति के लक्ष्यों और राष्ट्रीय सुरक्षा के उद्देश्यों को मजबूती मिलेगी।" यूक्रेनी सरकार के बार-बार अनुरोध करने के बाद इस बिक्री को मंजूरी दी गई है, जिसमें मोर्टार, ऑटोमेटिक ग्रेनेड लॉन्चर और हॉवित्जर शामिल हैं।
अमेरिकी मंत्रियों के बयान
यूक्रेन दौरे पर गए अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कहा, "कीव की लड़ाई में आपने जिस तरह रूसियों को पीछे धकेलने में सफलता हासिल की है, वह वाकई दुनिया के लिए हैरान करने वाला है। हम आपकी हरसंभव मदद करने के लिए तैयार हैं। हम रूस को इस हद तक कमजोर देखना चाहते हैं कि वह यूक्रेन पर धावा बोलने जैसी चीजें फिर न कर पाए।" अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, "जहां तक युद्ध को लेकर रूस के लक्ष्यों का सवाल है, तो रूस इसमें पहले ही नाकाम साबित हुआ है।"
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक ऑस्टिन और ब्लिंकेन ने यूक्रेन और इस क्षेत्र के अन्य देशों को 71।3 करोड़ डॉलर की मदद देने का एलान किया है। यूक्रेन को दी जाने वाली 32।2 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद इससे इतर है। इस मदद से यूक्रेन उन्नत हथियारों और एयर डिफेंस सिस्टम के क्षेत्र में मजबूत होगा। उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि अमेरिका विदेशी सैन्य वित्तपोषण के तहत 30 करोड़ डॉलर से ज्यादा की मदद करेगा और अमेरिका ने 16।5 करोड़ डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है।
यूक्रेन में जेलेंस्की से मिलने के अगले दिन ऑस्टिन ने पोलैंड में पत्रकारों से कहा, "जेलेंस्की रूस के खिलाफ जंग जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे जीतने की मानसिकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हम जीतने में उनकी मदद करना चाहते हैं। यूक्रेन में जारी जंग की सूरत अब बदल गई है और इसी वजह से यूक्रेन की सैन्य जरूरतें भी बदल गई हैं। अब जेलेंस्की की निगाह ज्यादा टैंकों, तोपों और युद्धपोतों पर है।" रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा, "जीतने की राह में पहली सीढ़ी आपका यह भरोसा करना है कि आप जीत सकते हैं। हम मानते हैं कि अगर यूक्रेन के पास सही उपकरण और सही सहयोग हो, तो वे जीत सकते हैं।"
उधर ब्रितानी रक्षामंत्री बेन वालेस ने यूक्रेन को लॉन्चर से लैस कुछ बख्तरबंद वाहन देने की बात कही है। दो महीने से भी ज्यादा वक्त से रूस का सामना कर रहे यूक्रेन को कई पश्चिमी देशों ने आर्थिक और सैन्य मदद देने की पेशकश की है और मदद की भी है। दो अमेरिकी मंत्रियों का यह दौरा रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका की ओर से यूक्रेन का सबसे बड़ा दौरा था।
यूक्रेन को संयुक्त राष्ट्र महासचिव से आस
यूक्रेन मारियोपोल में फंसे यूक्रेनी आम नागरिकों को सुरक्षित निकालने के मामले में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेश से दखल की उम्मीद कर रहा है। यूक्रेन की उप-प्रधानमंत्री इरयाना वेरेश्चुक ने कहा कि गुटेरेश से "मानवीय गलियारे की शुरुआत कराने और इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित कराने का आग्रह किया गया है।" इरयाना वेरेश्चुक ने उम्मीद जताई है कि संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति इस ऑपरेशन की निगरानी करेगी।
यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री ने रूस के मारियोपोल के स्टील प्लांट से एक सुरक्षित कॉरिडोर देने के लिए सहमत होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि एक ऐसा गलियारा, जिसका एकतरफा एलान किया जाए, वह लोगों की सुरक्षा की गारंटी नहीं देता है।
रूस ने मारियोपोल के स्टील प्लांट में फंसे आम नागरिकों को लिए संघर्ष विराम और मानवीय गलियारे का एलान किया था। यह स्टील प्लांट वह आखिरी जगह है, जहां मारियोपोल में आम नागरिक फंसे हुए हैं। रूसी सूत्रों का कहना है कि इस प्लांट में यूक्रेन के करीब ढाई हजार सैनिक छिपे हुए हैं, जबकि यूक्रेन का कहना है कि वहां करीब एक हजार असैनिक नागरिक फंसे हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में रूस का बयान
संयुक्त राष्ट्र में रूस के पहले उप-स्थायी प्रतिनिधि ने सोमवार को कहा कि रूस को इस चरण में यूक्रेन में संघर्ष विराम करने का कोई अर्थ नजर नहीं आ रहा है। रूस को डर है कि कीव इस मौके का इस्तेमाल उकसाने के लिए कर सकता है। समाचार एजेंसियों के मुताबिक दिमित्री पोलियांस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के तटीय शहर ओडेसा में किसी भी रिहायशी इलाके को निशाना नहीं बनाया है। इससे पहले शनिवार को यूक्रेन के दक्षिणी एयर कमांड ने कहा था कि ओडेसा की दो रिहायशी इमारतों और एक सैन्य इमारत पर मिसाइलों से हमला किया गया था।
यूक्रेन में अमेरिका की नई राजदूत
अमेरिका यूक्रेन में एक बार फिर अपना दूतावास खोलने जा रहा है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसके लिए अनुभवी राजनयिक ब्रिजेट ब्रिंक को नए अमेरिकी राजदूत के तौर पर नामित किया है। तीन वर्षों बाद यह नियुक्ति ऐसे वक्त में की जा रही है, जब अमेरिका रूस के खिलाफ यूक्रेन को अपनी मदद बढ़ा रहा है।
ब्रिंक अभी स्लोवाकिया में अमेरिका की राजदूत हैं। उनके पास इस क्षेत्र में 25 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह उज्बेकिस्तान और जॉर्जिया में भी काम कर चुकी हैं। साथ ही, वह अमेरिका के विदेश मंत्रालय और व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
मई 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने यूक्रेन में अमेरिकी राजदूत मरी योवानोविच को अचानक अमेरिका वापस बुला लिया था, जिसके बाद से यह पद खाली पड़ा हुआ था। यह ऐलान अमेरिकी मंत्रियों के दौरे के वक्त किया गया है, इसीलिए इसे और अहम माना जा रहा है।
रूस से जर्मनी के 40 राजनयिकों का निष्कासन
रूसी विदेशमंत्री की ओर से एक बयान जारी किया गया है कि जो देश रूस का विरोध कर रहे हैं, उनके खिलाफ कदम उठाए जा सकते हैं, जिनमें संपत्तियां जब्त करना भी शामिल है। रूस ने सोमवार को जर्मनी के 40 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया, क्योंकि यूक्रेन हमले के मद्देनजर जर्मनी ने रूसी राजनयिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि, जर्मनी के अलावा कई अन्य यूरोपीय देशों ने भी रूस के खिलाफ ऐसे कदम उठाए थे।
जर्मनी की विदेशमंत्री अनालेना बेयरबॉक ने कहा कि जर्मनी का फैसला पश्चिम में अपने सहयोगी देश यूक्रेन में रूसी सेना की 'अविश्वसनीय क्रूरता' के जवाब में था। रूसी विदेशमंत्री ने बेयरबॉक के बयान को 'अस्वीकार्य' बताया है।
ICC भी जांच में होगा शामिल
यूरोपीय संघ की न्यायिक सहयोग एजेंसी ने सोमवार को कहा कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के मुख्य अभियोजक यूक्रेन में संभावित अंतरराष्ट्रीय अपराधों की जांच के लिए यूरोपीय संघ की जांच टीम में शामिल होंगे। यह पहली बार होगा, जब हेग स्थित ICC अन्य देशों के साथ किसी संयुक्त जांच में भाग लेगा।
यूरोजस्ट ने अपने एक बयान में कहा, "द हेग में ICC के अभियोजक का कार्यालय यूक्रेन में किए गए कथित अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर संयुक्त जांच दल में एक भागीदार बन जाएगा।" मुख्य अभियोजक करीम खान ने 24 फरवरी को रूस के हमला बोलने के बाद से संभावित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए संयुक्त जांच दल में भाग लेने के लिए लिथुआनिया, पोलैंड और यूक्रेन के अभियोजक जनरल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
वीएस/एमजे (एपी, एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)