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13 बच्चों के बाप को मिला बच्चों का घर लाने का हक

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, बुधवार, 21 फ़रवरी 2018 (12:03 IST)
एक अमीर जापानी शख्स को 13 बच्चों के "अकेले अभिभावक" का अधिकार मिला है। इन बच्चों को उसने थाई सरोगेट मांओं के जरिए जन्म दिया। कोर्ट के फैसले ने उसे इन बच्चों को जापान में अपने घर लाने का हक दे दिया है।
 
28 साल के मित्सुतोकी शिगेटा 2014 में "बेबी फैक्टरी" विवाद के केंद्र में थे जब थाई पुलिस को पता चला कि बैंकॉक के एक आलीशान अपार्टमेंट में कई सारे नवजात चौबीसों घंटे धाय मांओं की निगरानी में रह रहे हैं। बाद में एक जांच से पता चला कि मित्सुतोकी कुल 19 बच्चों के पिता हैं। थाईलैंड के सामाजिक विकास और कल्याण विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इनमें 13 सरोगेट बच्चे थाईलैंड में थे जबकि छह बच्चे कम्बोडिया और जापान में। कम्बोडिया और जापान में रहने वाले छह में से चार बच्चे थाई सरोगेट मांओं ने जन्म दिए।
 
मित्सुतोकी के इस विचित्र मामले ने थाईलैंड में चल रहे किराए की कोख के अनियंत्रित कारोबार को सुर्खियों में ला दिया। इसके बाद 2015 में अधिकारियों ने विदेशियों को थाई सरोगेट महिलाओं को पैसे देने पर रोक लगा दी। मित्सुतोकी के बारे में कहा जाता है कि वह एक जापानी आईटी टाइकून के बेटे हैं और उन्होंने एक विवाद में पड़ने के बाद देश छोड़ दिया। हालांकि उन्होंने खुद कभी सीधे तौर पर यह नहीं बताया कि उन्होंने इतने सारे बच्चे क्यों पैदा किए। बाद में उन्होंने बच्चों को अपने पास रखने के लिए थाईलैंड के सामाजिक विकास और मानव सुरक्षा मंत्रालय को कोर्ट में घसीटा।
 
मंगलवार को बैंकॉक की अदालत ने बच्चों को कानूनी तौर पर उन्हें सौंप दिया। कोर्ट ने कहा कि उनके पास काफी पैसा है और वह इनकी देख रेख कर सकते हैं। कोर्ट ने यह भी माना कि मित्सुतोकी ने इन बच्चों की देखरेख के लिए जापान में एक सुरक्षित घर में धाय मां और नर्सों की व्यवस्था कर रखी है। थाईलैंड की केंद्रीय किशोर अपराध अदालत ने एक बयान में कहा, "13 बच्चों को उनके जैविक पिता से जो खुशी और मौके मिलेंगे उसके लिए कोर्ट वादी को इन बच्चों का कानूनी अधिकार सौंपती है क्योंकि उसका बर्ताव बुरा होने का कोई इतिहास नहीं है।" कोर्ट ने निजता की वजह से इस बयान में उनका नाम नहीं लिया।
 
कोर्ट की कार्यवाही के दौरान मित्सुतोकी मौजूद नहीं थे। मित्सुतोकी के वकील ने कहा कि बच्चों की तैयारी के हिसाब से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा और इसके लिए अधिकारियों से अगला कदम उठाने की मांग की जाएगी। ज्यादातर बच्चों की उम्र चार साल के करीब है।
 
थाई अधिकारियों ने मित्सुतोकी के जापान और कम्बोडिया में मौजूद घर का भी दौरा किया था और माना कि बच्चे नए वातावरण में जल्दी ही घुल मिल जाएंगे। वकील ने कहा कि मित्सुतोकी की मां भी थाईलैंड में बच्चों से मिलने आती रही हैं।
 
मित्सुतोकी ने बच्चों को सरोगेसी के जरिए तब पैदा किया जब थाईलैंड में इस पर कानूनी रोक नहीं थी। पुलिस के मुताबिक उन्होंने हरेक सरोगेट मां को करीब पांच से सात लाख रूपये के बराबर रकम दी थी।
 
एनआर/एके (एएफपी)

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