मुख्य रूप से कर्नाटक में जनाधार रखने वाली पार्टी जनता दल का गठन जनता दल से टूटकर हुआ। इसकी स्थापना जुलाई 1999 में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने की। देवेगौड़ा 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक अल्पमत सरकार में प्रधानमंत्री रह चुके हैं। हालांकि वे सालभर भी सत्ता में नहीं रह पाए। पार्टी का चुनाव चिह्न घास का गट्ठर सिर पर रखे हुए एक महिला है। वतर्मान में भी देवेगौड़ा ही इसके प्रमुख हैं।
वर्ष 2004 में जदएस ने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई और देवेगौड़ा के पुत्र एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बने। हालांकि यह सरकार 20 महीने ही चल पाई। वर्ष 2015 में जदएस, जदयू, राजद, नेशनल लोकदल, समाजवादी पार्टी, समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) ने भाजपा का विरोध करने के लिए राष्ट्रीय जनता परिवार का गठन किया, लेकिन जदयू वर्तमान में एनडीए में शामिल हो चुका है।
विधानसभा के लिए वर्ष 2018 में हुए चुनाव में भाजपा 104 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी, लेकिन किस्मत कुमारस्वामी के साथ रही और वे कांग्रेस के सहयोग से फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव में जदएस को 38 और कांग्रेस को 78 सीटें मिली थीं।