परिचय : अजमेर को राजस्थान का हृदय स्थल माना जाता है। अपनी विशिष्ट मिलीजुली संस्कृति व सांप्रदायिक सौहार्द के लिए दुनियाभर में विख्यात है। इसका सांस्कृतिक, सामाजिक व आर्थिक इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। इसकी स्थापना सातवीं शताब्दी में पृथ्वीराज चौहान प्रथम के पुत्र अजयराज चौहान ने की थी।
देशव्यापी नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में अजमेर का विशेष योगदान रहा। इसे अजयमेरू के नाम से जाना जाता था। हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती की प्रसिद्ध दरगाह यहीं पर स्थित है। ब्रह्मा का प्रसिद्ध मंदिर भी अजमेर संसदीय क्षेत्र के ही अंतर्गत आता है।
जनसंख्या : साल 2011 की जनगणना के अनुसार अजमेर की जनसंख्या 25 लाख 84 हजार 913 है।
अर्थव्यवस्था : रेलवे को अजमेर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। कृषि उत्पादों का प्रमुख व्यापारिक केंद्र होने के साथ ही यह कपड़ों की रंगाई-बुनाई तथा हस्तशिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है।
मतदाताओं की संख्या : लोकसभा चुनाव 2014 के मुताबिक यहां मतदाताओं की कुल संख्या 16 लाख 83 हजार 292 है, जिसमें 8 लाख 69 हजार 354 पुरुष और 8 लाख 13 हजार 938 महिलाएं हैं।
भौगोलिक स्थिति : अजमेर उत्तरी अक्षांश और पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है। अरावली पर्वतमाला की गोद में बसे इस शहर की भौगोलिक पहचान तारागढ़ की पर्वत चोटी से होती है, जो कि समुद्र तल से 2 हजार 855 फुट ऊंची है। सामान्यत: यहां का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्शियस रहता है, जो कभी-कभी 48 डिग्री तक पहुंच जाता है। यहां गर्मी का मौसम खुशनुमा होता है।
16वीं लोकसभा में स्थिति : वर्तमान में कांग्रेस के रघु शर्मा यहां सांसद हैं। शर्मा ने लोकसभा उपचुनाव में भाजपा नेता स्व. सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप को पराजित किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सांवरलाल जाट इस क्षेत्र से विजयी हुए थे।