वाराणसी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने के कारण यह सीट हाईप्रोफाइल मानी जाती है। इस बार विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी खड़ा न कर लगता है एक बार फिर उनकी जीत आसान कर दी है। यहां कांग्रेस ने अपने पुराने प्रत्याशी अजय राय को मोदी के मुकाबले खड़ा कर उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है, जो साल 2014 के चुनाव में अपनी जमानत जब्त करा चुके हैं।
परिचय : उत्तर प्रदेश का प्रमुख शहर वाराणसी हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इसे काशी और बनारस के नाम से भी जाना जाता है। देश के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वनाथ मंदिर यहां पर स्थित है। बनारस को मंदिरों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस से चुनाव लड़ने के चलते ये देश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट में गिना जाने लगा है।
जनसंख्या : जनगणना 2011 के अनुसार बनारस की कुल जनसंख्या 36 लाख 82 हजार 194 हैं, जिसमें पुरुषों की संख्या 19 लाख 28 हजार 641 और महिलाओं की संख्या 17 लाख 53 हजार 553 है।
अर्थव्यवस्था : बनारस की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बुनकर उद्योग है। बनारसी साड़ी के लिए शहर की पहचान पूरे विश्व में होती है। इसके साथ ही शहर में सोने, चांदी के तारों वाले जरी के काम, कांच की चूड़ियों और पीतल के काम के लिए बहुत से छोटे और लघु उद्योग हैं।
मतदाताओं की संख्या : लोकसभा चुनाव 2014 के मुताबिक बनारस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 17 लाख 67 हजार 486 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 86 हजार 224 और महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 81 हजार 262 है।
भौगोलिक स्थिति : बनारस शहर पवित्र गंगा और वरुणा नदियों के बीच एक ऊंचे पठार पर बसा है। गंगा नदी के तट के किनारे अस्सी घाट पर बड़ी संख्या में बने प्राचीन मंदिर देश-विदेश के श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं।
16वीं लोकसभा में स्थिति : वर्तमान में वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों से हराया था। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय यहां तीसरे स्थान पर रहे थे। बीजेपी ने इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनारस लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।