नई दिल्ली। एक्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित भाजपा में 23 मई को आने वाले नतीजों को लेकर भी खासा उत्साह नजर आ रहा है। भाजपा नेताओं का मानना है कि निश्चित तौर पर अब की बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है। बहरहाल नतीजों से 2 दिन पहले मंगलवार को पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए नेताओं के साथ होटल अशोक में डिनर प्लान किया है। इसमें पुराने घटक दलों के साथ ही एक सहयोगियों को भी बुलाया गया है। आईए जानते हैं मोदी-शाह की डिनर डिप्लोमेसी की खास 5 बातें...
- इस डिनर में नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों मौजूद रहेंगे। इस दौरान एनडीए के अन्य दल अमित शाह के साथ मिलकर नई रणनीति पर भी बात कर सकते हैं।
- डिनर डिप्लोमेसी का पीछे मोदी-शाह का उद्देश्य सहयोगी दलों के मन को टटोलना है। इस दौरान यह दोनों दिग्गज यह जानने चाहेंगे कि चुनाव परिणामों को लेकर सहयोगी दल क्या सोचते हैं।
- डिनर पर इस बात पर भी चर्चा हो सकती है कि अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो एनडीए में शामिल अन्य दलों की सरकार में क्या भूमिका होगी।
- विपक्ष की सक्रियता को देखते हुए भाजपा भी इस डिनर के बहाने राजग की एकजुटता को दिखाना चाहती है। पार्टी अपने कुनबे को बढ़ाना चाहती है।
- बैठक में मोदी सहयोगी दलों को अगले 5 साल के लिए घोषित लक्ष्यों के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि लगभग सभी एक्जिट पोल में भाजपा नीत गठबंधन को 272 के जादुई आंकड़े को पार करता दिखाया गया है। हालांकि कुछ एक्जिट पोल में कहा गया है कि भाजपा अकेले ही 300 के पार पहुंच जाएगी तो कुछ का दावा है कि इस बार सहयोगी दल भी सरकार के गठन में बड़ी भूमिका निभाएंगे।