नई दिल्ली। पिछले 20 सालों में लोकसभा चुनावों में महिला मतदाताओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है और उन्होंने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में पहले चरण में भी महिला मतदाताओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है। पहले चरण की 91 सीटों के लिए 11 अप्रैल को हुए मतदान में 73 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया जो आजादी के बाद महिलाओं का दूसरा सर्वाधिक मतदान है जबकि इस बार चुनाव में केवल 69.05 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया।
आयोग के अनुसार 1977 में केवल 45.67 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया था लेकिन 42 वर्षों में उनकी संख्या में करीब 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वर्ष 1996 तक पुरुष मतदाता अधिक मतदान करते थे लेकिन 1998 से महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर पुरुषों को पीछे छोड़ दिया।
वर्ष 1998 में 73.84 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया जबकि 74.92 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया था।
वर्ष 2014 में 67.64 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 70.03 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।