नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा देवबंद में महागठबंधन की रैली में 'मुस्लिम' शब्द का प्रयोग किए जाने पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। खबरों के अनुसार चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी है। मायावती के इस बयान पर कई शिकायतें चुनाव आयोग को मिली थीं।
क्या कहा था मायावती ने : देवबंद में आयोजित महागठबंधन की रैली में बसपा सुप्रीमो ने कहा था कि मैं मुस्लिम समाज के लोगों से कहना चाहती हूं कि कांग्रेस बीजेपी को टक्कर नहीं दे सकती है, सिर्फ महागठबंधन ही उन्हें हरा सकता है। इसलिए महागठबंधन को ही वोट दें। मेरे पास रिपोर्ट है कि कांग्रेस चाहती है कि वे भले ही न जीतें, लेकिन महागठबंधन को कतई जीतने नहीं देना है। कांग्रेस ने महागठबंधन को हराने के लिए ही अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं। अगर भाजपा को हराना है तो मुस्लिम बिरादरी के सभी लोग अपना वोट बांटने के बजाय महागठबंधन को एकतरफा वोट दें।
भाजपा ने बताया आचार संहिता का उल्लंघन : भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने मायावती के इस बयान की शिकायत चुनाव आयोग से की है। राठौर का कहना था कि मायावती द्वारा मुसलमानों से एक राजनीतिक दल को वोट न देने की अपील करना धार्मिक उन्माद फैलाने वाला है। प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन भी है। इसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।