वेबदुनिया Exit Poll 2019 : उत्तर नहीं दक्षिण के दल बन सकते हैं गेंमचेजर
वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह का नजरिया
भोपाल। दिल्ली में नई सरकार बनाने में दक्षिण के राज्य और वहां की क्षेत्रीय पार्टियां गेमचेंजर और किंगमेकर की भूमिका में आ सकती हैं, यह मानना है वरिष्ठ पत्रकार और चुनाव विश्लेषक एनके सिंह का।
एनके सिंह कहते हैं कि उनके अनुमान के मुताबिक इस बार भाजपा का मत प्रतिशत काफी घटने वाला है, जिससे इस बार जो चुनावी नतीजे होंगे वो 2014 के मुकाबले काफी भिन्न होंगे।
अगर उत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों में भाजपा की सीटें कम होती दिख रही हैं। एनके सिंह कहते हैं कि इस बार भाजपा और कांग्रेस में से जो भी पार्टी बड़े दल के रूप में सामने आती है, उसके साथ दक्षिण की पर्टियां साथ आने को तैयार खड़ी हैं।
तेलंगाना में केसीआर या आंध्र में जगन मोहन रेड्डी हों या उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हों, सभी केंद्र में नई सरकार में भागीदारी करने को तैयार दिख रहे हैं। नतीजे आने के बाद एनडीए में और क्षेत्रीय पार्टियां जुड़ सकती हैं और दूसरी ओर कांग्रेस के साथ लेफ्ट फ्रंट के दल आने को तैयार दिख रहे है। साउथ का काफी ज्यादा महत्व रहेगा।
तमिलनाड़ में डीएमके और आंध्र में जगनमोहन रेड्ड़ी और तेलंगाना में केसीआर स्वीप करते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में दिल्ली में नई सरकार में इनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाएगी।
मध्यप्रदेश के बारे में एनके सिंह कहते हैं कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस जो कि 15 साल बाद सत्ता में वापस आई है, उसको निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा। मध्य प्रदेश में जो फिजा 5 महीने पहले थी, वही अब भी बरकरार है।