लोकसभा चुनाव 2019 से ऐन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए छोटी बहन प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक इंट्री करवाकर खलबली मचा दी है।
प्रियंका के लोकसभा चुनाव लड़ने पर उनके बड़े भाई राहुल गांधी ने कहा कि हम बैकफुट पर नहीं बल्कि फ्रंटफुट पर खेलेंगे। प्रियंका को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाते हुए पूर्वी उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इसके बाद कांग्रेस वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के ट्वीट किया, जिसे लेकर कयास लगाए जाने लगे कि क्या प्रियंका गांधी वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगी।
कपिल सिब्बल ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'मोदीजी और अमित शाह ने कांग्रेस मुक्त भारत का आह्वान किया था। प्रियंका गांधी के अब पूर्वांचल की सियासत में आने से हम देखेंगे.... मुक्त वाराणसी? ....मुक्त गोरखपुर?' ये दोनों सीटें पूर्वांचल में आती हैं, जहां की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंपी गई है।
ऐसे में राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस को इस इलाके में पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रियंका को वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है?
प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आने से पहले तक अमेठी और रायबरेली में ही चुनाव प्रचार तक ही अपने को सीमित रखती थीं। अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद हैं। अब औपचारिक रूप से राजनीति में कदम रखने के बाद उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है।