नई दिल्ली। साल 2019 के लोकसभा चुनावों की शुरुआत गुरुवार को झड़पों, ईवीएम में गड़बड़ी और कई अन्य शिकायतों के साथ हुई। आंध्रप्रदेश में हुई झड़पों में दो लोग मारे गए, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में एक आईईडी धमाका हुआ और कई जगहों पर वोटरों ने मतदाता सूची में अपना नाम नहीं होने की शिकायत की।
सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों के तहत आज देश की 91 सीटों पर पहले चरण का मतदान हुआ। इनमें कश्मीर से लेकर अंडमान-निकोबार तक की सीटें शामिल हैं। हालांकि, झड़पों और अनियमितताओं की खबरों ने दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सुचारू संचालन में थोड़ी खलल डाली है।
आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से हिंसा की खबरें सामने आई हैं जबकि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के एन. चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित कई पार्टियों के प्रमुखों ने प्रशासनिक एवं अन्य खामियों के बारे में शिकायतें की।
आंध्रप्रदेश में आज लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटों के लिए वोटिंग कराई गई। आंध्र के अनंतपुरम जिले के तड़ीपत्री विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में हुई झड़प में सत्ताधारी तेदेपा के एक कार्यकर्ता और मुख्य विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई।
अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुए तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआर कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चुनाव जीतने के लिए हिंसा कर रही है। विपक्षी पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि तेदेपा के स्थानीय सांसद जेसी दिवाकर रेड्डी और विधायक जे सी प्रभाकर रेड्डी के समर्थकों ने वीरापुरम गांव के एक मतदान केंद्र पर वोटों में गड़बड़ी की कोशिश की।
दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच आंध्र के अन्य हिस्सों में भी झड़पें हुईं। कडपा जिले के एलुरू सिटी और जम्मलमडुगु तथा गुंटूर जिले के नरसराओपेट से हमलों और तोड़फोड़ की भी खबरें आई हैं। गुंटकल में एक ईवीएम को तोड़ने के आरोप में जन सेना पार्टी के उम्मीदवार मधुसूदन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। गुप्ता का आरोप था कि बैलट यूनिट पर जन सेना पार्टी का चुनाव चिह्न ठीक से अंकित नहीं था।
महाराष्ट्र में नक्सलियों ने मतदान के वक्त गढ़चिरौली जिले के वाघेजरी इलाके के एक मतदान केंद्र के पास एक आईईडी धमाका किया। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बाद में जिले के एटापल्ली में हुए एक आईईडी धमाके में चुनाव दल को लेकर जा रहे दो पुलिस कमांडो जख्मी हो गए।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मतदान के वक्त चार नक्सली गिरफ्तार किए गए और उनके पास से हथियार जब्त किए गए। आज तड़के बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर में नक्सलियों ने एक आईईडी धमाका कराया। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
असम के डिब्रूगढ़ जिले के एक चाय बागान से गुजर रही पाइपलाइन में एक आईडीडी का पता लगाया गया। सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंच कर सुनिश्चित किया कि इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हो।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना में बीएसएफ जवानों ने एक मतदान केंद्र पर हवा में फायरिंग की। यह फायरिंग उस वक्त की गई, जब अपने पहचान-पत्र के बगैर आए कुछ लोगों ने वोट डालने के लिए मतदान केंद्र परिसर में दाखिल होने की कोशिश की। पुलिस ने यह जानकारी दी। हिंसा की खबरों के अलावा कई जगहों से ईवीएम में गड़बड़ी और वोटरों को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने देने की भी शिकायतें आई।
ईवीएम ठीक तरीके से काम नहीं करने की कई खबरों के बीच अमरावती के उंडावल्ली गांव में अपना वोट डालने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘कोई भी विकसित देश ईवीएम का इस्तेमाल नहीं करता, क्योंकि उनमें हेरफेर की आशंका रहती है। इसलिए हम मांग कर रहे थे कि हमें फिर से बैलट प्रणाली की तरफ लौटना चाहिए।’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर कुछ ऐसे लोगों को टैग कर ट्वीट किया, जिन्होंने दावा किया कि उनके या उनके रिश्तेदारों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। केजरीवाल ने पूछा, ‘चुनाव आयोग, यह क्या हो रहा है? क्या यह चुनाव निष्पक्ष हैं?’
‘आप’ प्रमुख ने एक ट्वीट कर कहा, ‘पूरे भारत में भाजपा विरोधी वोट हटा दिए गए हैं। पूरे भारत से खबरें आ रही हैं कि अभूतपूर्व पैमाने पर वोटरों के नाम हटाए गए हैं। जिन ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आती हैं, वे हमेशा भाजपा के पक्ष में वोट पड़ता क्यों दिखाती हैं?’
जानीमानी उद्योगपति किरण मजुमदार शॉ की मां का नाम भी मतदाता सूची से हटा दिया गया। इस पर किरण ने एक ट्वीट कर कहा, ‘एक सतही बहाने के आधार पर मेरी मां की वोटर आईडी खत्म कर दी गई कि ऐसी सूचना थी कि वह अब अपने पते पर नहीं रहतीं। वह इतनी निराश है कि मैं बता नहीं सकती, वह 19 सालों से उसी पते पर रह रही हैं। यही ‘सत्यापन’ होता है।’
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने आरोप लगाया कि कुछ वर्दीधारी जवानों ने लोगों को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए मजबूर किया और कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आईं। जम्मू के पुंछ इलाके में मतदान के दौरान ईवीएम पर कांग्रेस का बटन काम नहीं कर रहा था।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें दिख रहा है कि लोगों द्वारा भाजपा के पक्ष में वोट नहीं डालने पर बीएसएफ जवानों की ओर से कथित बदसलूकी किए जाने के बाद वे भाजपा विरोधी नारे लगा रहे हैं।
महबूबा ने एक ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा के पक्ष में वोट डालने को लेकर लोगों को मजबूर करने के लिए मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बलों का इस्तेमाल किसी न किसी तरह से सत्ता हासिल करने की भाजपा की बेसब्री और भूख दिखाता है।’
नेशनल कांफ्रेंस की जम्मू इकाई के अध्यक्ष दविंदर सिंह राणा ने कहा कि एक वर्दीधारी अधिकारी ने पुंछ के अरई मलका इलाके में लोगों को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन के एक अधिकारी के मौके पर पहुंचने के बाद जब लोगों ने शिकायत की तो वर्दीधारी अधिकारी को वहां से हटा दिया गया।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने पुंछ इलाके के एक पीठासीन अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला जिसमें वह ईवीएम के एक बटन में गड़बड़ी की बात बता रहे हैं। पुंछ क्षेत्र में कुछ मतदान केंद्रों पर कुछ देर के लिए बाधित हुई वोटिंग जल्द ही बहाल करने का आश्वासन देते हुए पीठासीन अधिकारी से पूछा गया कि कौनसा बटन काम नहीं कर रहा। इस पर उन्होंने कहा, ‘हाथ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) का बटन।’
पहले चरण के मतदान के लिए 14 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डालने के पात्र थे। आज 18 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की 91 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। वोटों की गिनती 23 मई को होगी।