Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

आजमगढ़ की सभा में मायावती ने कहा- अखिलेश नहीं, बहनजी लड़ रही हैं चुनाव

हमें फॉलो करें आजमगढ़ की सभा में मायावती ने कहा- अखिलेश नहीं, बहनजी लड़ रही हैं चुनाव

अवनीश कुमार

, बुधवार, 8 मई 2019 (22:04 IST)
आजमगढ़। उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए वोट की अपील करने पहुंचे बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मंच के माध्यम से जनता से अपील करते हुए कहा कि अखिलेश मुझे अपना बड़ा मानकर चलते हैं। आप ये मानकर चलिए कि अखिलेश नहीं, आपकी बहनजी चुनाव लड़ रही हैं।
 
इसके बाद उन्होंने कहा कि भाजपा ने आजमगढ़ सदर लोकसभा सीट से 'फूट डालो व राज करो' की नीति के तहत निरहुआ को प्रत्याशी बनाया है। मुझे अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा है कि आप सभी अखिलेश यादव को यहां से जिताएंगे। प्रदेश में 5 चरणों के वोट पड़ चुके हैं जिसकी अच्छी रिपोर्ट गठबंधन के पक्ष में मिल रही है।
 
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन से सदियों से उपेक्षितों को न्याय का मौका मिलेगा। यहां दलितों व पिछड़ों को नौकरी में काफी अधिकार मिले हैं। बहुजन समाज पार्टी का गठन होने के बाद पार्टी ने लगातार दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को लाभ दिलाने का प्रयास किया है। कांशीराम ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करानी चाही, मगर कांग्रेस ने सहयोग नहीं किया। हमें इसके लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ा।
 
1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी थी तथा उसमें भाजपा भी शामिल थी, मगर वह बाहर से समर्थन दे रही थी। उस समय 3 सांसद पार्टी की ओर से थे। उस समय वीपी सिंह चाहते थे कि हम सरकार में शामिल हो जाएं लेकिन हमारी शर्तें थीं। बाबा साहब अंबेडकर ने देश का संविधान बनाया था लिहाजा भारतरत्न की उपाधि मांगी थी लेकिन भाजपा ने आरक्षण विरोधी मोर्चा बनाकर इसका विरोध कराया और वीपी सिंह की सरकार गिरा दी।
 
सामाजिक महापरिवर्तन का गठबंधन किसी और राज्य में न बन जाए, उससे भाजपा चिंतित है। राज्य में जो सरकार चल रही है, उसमें भाईचारा का गठबंधन किया गया था। उस समय कांग्रेस व भाजपा की नींद उड़ गई थी। इसे तोड़ने के लिए भाजपा नए हथकंडे प्रयोग कर रही है जिसमें वह कतई कामयाब नहीं हो पाएगी।
 
बताते चलें कि बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती अखिलेश यादव के पक्ष में आजमगढ़ में महागठबंधन की रैली को संबोधित कर रही थीं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पाकिस्तान के लाहौर में सूफी दरगाह के बाहर आत्मघाती हमले में 10 की मौत